UNWRA की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजराइल सेना की कैद में गाजा नागरिकों को कठोर यातनाएं दी गई हैं. इजराइल की कैद से वापस लौटे फिलिस्तीनियों ने अपने साथ कैद में हुए बर्ताव के बारे में बताया है. कैद के दौरान फिलिस्तीनियों को इजराइल सेना के बुरे व्यवहार का सामना करना पड़ा है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिरासत में उनको इजराइल सैनिकों ने तरह तरह की यातनाएं दीं. जैसे बिजली का झटका, सोने ना देना, नंगा करके तस्वीरें खीचना और कुत्तों को कैदियों के ऊपर छोड़ने जैसे टॉर्चर शामिल हैं.
UNWRA के चीफ फिलिप लाजारिनी ने मीडिया को बताया कि फिलिस्तानी कैदियों को ‘व्यापक श्रेणी के बुरे व्यवहार’ का सामना करना पड़ा है. जिसमें बिजली का झटका देने की धमकियां, नग्न तस्वीरें खींचना, सोने न देना और उन्हें डराने के लिए कुत्तों का इस्तेमाल करना शामिल है.
100 से ज्यादा बंदियों ने सुनाई आपबीती
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक फरवरी तक गाजा वापस छोड़े गए 1,002 बंदियों में से 100 से ज्यादा का UNWRA ने इंटरव्यू लिया है. UNWRA के चीफ फिलिप लाजारिनी ने कहा कि हमने रिहा हुए लोगों के बयानों को दर्ज कर लिया है और कैदियों के अधिकारों पर नजर रखने वाले ग्रुप्स के साथ इसको शेयर किया है. लेजारिनी की टिप्पणियों के बाद इजराइल अधिकारियों में उथल-पुथल मची रही, दोनों ने एक दूसरे के उपर आरोप-प्रत्यारोप लगाए. इजराइल ने आरोप लगाया कि UN एजंसी ने 450 से ज्यादा आतंकवादियों को नौकरी पर रखा है. इजराइल का आरोप है कि 7 अक्टूबर के हमलें में शामिल कई लड़ाके UNWRA में काम करते हैं.
इजराइल ने आरोपों को खारिज किया
इजराइल IDF ने कैदियों के साथ यौन शोषण या किसी भी तरह के दुर्व्यवहार के आरोपों को खारिज कर दिया है. इजराइली आंकड़ों के मुताबिक हमास के हमले में लगभग 1,160 मौतें हुईं गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि इजरायल के जवाबी हमले में करीब 30,534 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.