ब्रेकिंग
*मुख्यमंत्री की ओर से गुरदासपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का तूफानी दौरा* ऑपरेशन महादेव ने संतुष्टि को आत्मविश्वास में बदला… जवानों को सम्मानित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने... दिल्ली से लेकर केरल तक बरसेंगे मेघ, पहाड़ों पर बारिश से तबाही… जानें UP-बिहार का हाल महाराष्ट्र: विरार में बड़ा हादसा, चार मंजिला रिहायशी इमारत का एक हिस्सा ढहा, 2 की मौत, कई घायल गाजियाबाद: GDA फ्लैट की छत गिरी, सो रहा परिवार मलबे में दबा, 5 जख्मी ‘बॉयफ्रेंड नहीं आया तो कूद जाऊंगी…’, बिजली के टॉवर पर 100 फीट ऊपर तक जा चढ़ी लड़की, फिर देने लगी धमक... No Helmet No Fuel! UP में अब सिर्फ हेलमेट लगाने वालों को ही मिलेगा पेट्रोल 5वीं कक्षा की छात्रा ने स्कूल में की आत्मदाह की कोशिश, बाथरूम में गई और खुद पर छिड़का कैरोसिन, फिर ल... दीवाली-छठ के मौके पर टिकट की टेंशन नहीं, बिहार सरकार चलाएगी बसें… दिल्ली-हरियाणा और UP से यात्रा होग... 55 साल की महिला ने 17वीं संतान को दिया जन्म, 5 बच्चों की हो चुकी हैं शादियां, डॉक्टर बोले- नसबंदी के...
मध्यप्रदेश

किसानों से खरीदी धान का लंबित भुगतान तत्काल किया जाए

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि धान उपार्जन के लिए निर्धारित अवधि में जो किसान धान नहीं दे पाए हैं, उन शेष रहे किसानों से धान खरीदी जाए। धान उपार्जन में जिन कृषकों का भुगतान लंबित है, उनका त्वरित भुगतान सुनिश्चित करें तथा धान खरीदी में अनियमितता करने वाली सेवा सहकारी समितियों और स्व-सहायता समूहों पर कड़ी कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री चौहान खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के उपार्जन की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में हुई बैठक में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, आयुक्त सहकारिता आलोक सिंह संचालक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति दीपक सक्सेना तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जानकारी दी गई कि 6 लाख 46 हजार 279 कृषकों से 9 हजार 427 करोड़ 60 लाख रूपए की धान खरीदी गई, जिसमें से 10 हजार 319 कृषकों को 214 करोड़ 20 लाख रूपए का भुगतान प्रक्रिया में है। प्रदेश में 1542 उपार्जन केन्द्र हैं, जिनमें से 1183 सहकारी समितियाँ, 328 स्व-सहायता समूह और 31 एफ.पी.ओ/एफ.पी.सी. हैं। धान उपार्जन में अनियमितता के लिए 11 संस्थाओं पर एफ.आई.आर दर्ज की गई है। किसानों के आधार लिंक बैंक खाते में सत्यापन के बाद धान उपार्जन का भुगतान किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button