देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में लगातार हो रही बारिश से लोगों को जल्द राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग ने मानसून के वापस लौटने को लेकर जानकारी दी है. वहीं दक्षिण-पश्चिमी मानसूनी हवाओं के कारण इस वर्ष मानसून में अच्छी बारिश हुई. मौसम विभाग के मुताबिक देश के कई राज्यों में औसत से ज्यादा बारिश हुई. वहीं अब मानसून अपनी वापसी यात्रा शुरू करने वाला है. मानसून की वापसी के संबंध में मौसम विभाग ने जानकारी दी है. मौसम विभाग के मुताबिक, 19 सितंबर से 25 सितंबर के बीच मानसून की वापसी यात्रा शुरू होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की थी कि इस साल मानसून औसत से ज्यादा दिनों तक बना रहेगा. वहीं इस साल मानसून के समय से पहले आने की भी संभावना जताई थी और ऐसा ही हुआ. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मानसून समय से पहले पहुंच गया. वहीं केरल में भी मानसून तय समय से पहले पहुंच गया. मानसून आम तौर पर 1 जून को केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है. इसके बाद यह 17 सितंबर के आसपास वापसी शुरू कर देता है.
19 से 25 सितंबर के बीच वापस लौटेगा मानसून
मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से दक्षिण पश्चिम मानसूनी हवाओं की वापसी के लिए अगले सप्ताह मौसम साफ रहने की संभावना है. इसके चलते 19 से 25 सितंबर के बीच मानसून का वापस लौटना शुरू हो जाएगा. मौसम वैज्ञानिकों ने इस समय ला नीना के सक्रिय होने कारण सितंबर में भारी बारिश होने की संभावना जताई थी. अनुमान लगाया गया था कि यह बारिश अक्टूबर में भी जारी रहेगी. लेकिन मौसम विभाग ने इस संभावना से इनकार कर दिया है.
देश के इन राज्यों में औसत से कम हुई बारिश
देश में औसत वर्षा 772.5 मिमी हुई है. 1 जून को देश में मानसून के प्रवेश के बाद से अब तक 836.7 मिमी बारिश हो चुकी है. मौसम विभाग ने बताया कि यह मात्रा आठ प्रतिशत अधिक है. वहीं पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत में औसत से 16 फीसदी कम बारिश हुई.