हरियाणा के चुनावी दंगल में पहली बार कांग्रेस के दो दिग्गज नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा एक साथ मंच पर नजर आए. मौका था राहुल गांधी की रैली का. राहुल की असंध रैली में पहले कुमारी सैलजा और फिर भूपिंदर सिंह हुड्डा को बोलने का मौका मिला.
भाषण के दौरान भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कुमारी सैलजा को बहन के साथ वरिष्ठ नेता कहकर संबोधित किया. सैलजा को पहले भी हुड्डा बहन बताते रहे हैं, लेकिन आज राहुल के सामने रैली के मंच से उन्होंने वरिष्ठ नेता भी जोड़ा.
कुमारी सैलजा के भाषण में राहुल की तारीफ
राहुल की रैली में सैलजा ने करीब 4 मिनट का भाषण दिया. सैलजा का भाषण राहुल पर ही केंद्रित रहा. भाषण की शुरुआत में सैलजा ने सभी नेताओं का अभिवादन किया. इस दौरान उन्होंने राहुल को लोकप्रिय नेता बताया तो वहीं भूपिंदर हुड्डा को महज श्री भूपिंदर हुड्डा कहकर वो अपने भाषण में आगे बढ़ गईं.
दोनों ही नेताओं ने यूं तो खुले शब्दों में एक-दूसरे पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन एक दूसरे का संबोधन जिस तरह किया उसमें पिछले कुछ वक्त से चली आ रही नाराजगी का अक्स जरूर दिखाई दिया. क्योंकि नाराज सैलजा चल रही हैं, ऐसे में हुड्डा खुद वरिष्ठ होने के बावजूद उनके वरिष्ठ नेता कह गए. जबकि सैलजा ने अन्य नेताओं की तरह ही हुड्डा को संबोधित किया. सैलजा ने अपने भाषण में राहुल गांधी की तारीफ पर ही मुख्य फोकस रखा.
सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में जब बोलते हैं तो बीजेपी के हाथ-पांव फूल जाते हैं. राहुल का कोई जवाब नहीं दे पाते हैं. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 10 साल के कुशासन का अब अंत नजदीक है.
अपने करीबी शमशेर सिंह गोगी के लिए अपील करते हुए सैलजा ने कहा कि उन्हें आप जिताएं. यह राहुल गांधी का सम्मान होगा.
भूपिंदर सिंह हुड्डा ने रैली में क्या कहा?
कुमारी सैलजा के बाद भूपिंदर सिंह हुड्डा को बोलने का मौका मिला. हुड्डा ने अपने भाषण की शुरुआत में कुमारी सैलजा को बहन बताया. हुड्डा का भाषण बीजेपी के विरोध पर केंद्रित रहा.
हुड्डा ने कहा कि बीजेपी न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात कर रही है, लेकिन इसकी गारंटी नहीं देना चाहती है. हुड्डा ने कहा कि बीजेपी की झूठ का जवाब 5 अक्तूबर को जनता दे देगी.
हरियाणा के पूर्व सीएम ने आगे कहा कि हमने 7 गारंटी की घोषणा की है. हमने पहले भी सभी वादे पूरे किए हैं और अब भी करेंगे. हुड्डा ने सैलजा के समर्थक विधायक को भारी मतों से जिताने की अपील की.
हुड्डा को बगल में जगह, सैलजा उदयभान के पास बैठीं
रैली के मंच पर भूपिंदर सिंह हुड्डा को राहुल गांधी के बाईं तरफ बैठने को जगह मिली. वहीं राइट में प्रदेश अध्यक्ष उदयभान बैठे और उनके पास सैलजा को बैठाया गया. दरअसल, यह प्रोटोकॉल की वजह से हुआ है. राहुल के एक तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा को जगह दी गई.
सैलजा के बगल में चौधरी बीरेंद्र सिंह बैठे नजर आए. बीरेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं.