जल शक्ति मंत्रालय का हुआ गठन, गजेंद्र सिंह शेखावत संभालेंगे जिम्मेदारी

गुरुवार को नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर राष्ट्रपति भवन के प्रांगन में शपथ ली। उनके साथ 24 कैबिनेट मंत्रियों, 9 राज्य मंत्रियों(स्वतंत्र प्रभार), और 24 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। शुक्रवार को सभी शपथ लेने वाले मंत्रियों को उनके मंत्रालय आवंटित कर दिए गए हैं। कुल 57 मंत्रियों ने गुरुवार को मोदी के साथ शपथ लिया।
कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद सभी मंत्रियों को उनके मंत्रालय आवंटित कर दिए गए है। इसी क्रम में नरेंद्र मोदी ने अपना चुनावी वादा भी पूरा कर दिया है जिसमें उन्होंने सरकार बनने के बाद जल शक्ति मंत्रालय बनाने की बात कही थी। मोदी ने देश के सभी लोगों को साफ और स्वच्छ पानी मिले इसका वादा किया था।
इस नए मंत्रालय की जिम्मेदारी जोधपुर से चुनकर आए सांसद गजेंद्र सिंह शेखावात को दी गई है। शेखावत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराकर संसद पहु्ंचे हैं।
इस मंत्रालय को दोबारा संगठित करके बनाया गया है। इससे पहले यह नितिन गडकरी के नेतृत्व में काम करने वाली जल संसाधन और नदी पुनर्जागरण मंत्रालय के अंतर्गत आती थी।
चुनाव प्रचार के दौरान अपनी तमिलनाडु की रैली में मोदी ने कहा था कि अगर वो दोबारा चुनकर आते हैं तो वो एक नया जल मंत्रालय का गठन करेंगे। इस बात को भाजपा ने अपने घोषणापत्र में भी जिक्र किया था।
आपको बता दें कि अप्रैल से जुलाई महीने के बीच देश के तकरीबन 8 राज्य पानी की समस्या से जूझते है। केंद्र की तरफ से हाल ही में 6 राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। इन राज्यों में महाराष्ट्र,गुजरात, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु शामिल है।
देश का लगभग सारा ग्रामीण इलाका कृषि उद्देश्य के लिए मानसून पर आश्रित रहता है। ऐसे में जल संकट को दूर करने के लिए ये मंत्रालय काफी काम कर सकता है।