ब्रेकिंग
टिल्लू ताजपुरिया के नाम पर मांगी फिरौती, 20 लाख लेकर पत्नी बदमाशों के पास पहुंची…पुलिस ने JIO मैनेजर... ‘प्रशांत किशोर इतना पैसा कहां से लाए’, PK की 4 करोड़ की वैनिटी वैन पर विवाद छत्तीसगढ़: दसवीं फेल, स्पेशल पुलिस ऑफिसर से बना ठेकेदार, अब पत्रकार हत्याकांड में नाम; कौन है सुरेश च... गर्लफ्रेंड के दरवाजे पर बॉयफ्रेंड ने रात भर किया इंतजार, सुबह खा लिया जहर…घरवालों का आरोप- सुसाइड नह... पिज्जा खा रहा था परिवार, अचानक दांत में अटका चाकू का टुकड़ा; शिकायत के बाद फूड कंपनी ने क्या किया? बाइक हो गई चोरी… शिकायत के लिए जा रहा था थाने, तभी सड़क पर दिखी मोटर साइकिल; फिर जो हुआ… मंत्री किरेन रिजिजू ने PM की ओर से अजमेर शरीफ में चढ़ाई चादर, मोदी ने संदेश में कही ये बात छत्तीसगढ़ पत्रकार हत्याकांड: ‘अरबों सूर्य की तरह…’ मुकेश चंद्राकर के मर्डर के बाद छोटे भाई ने बताई अ... जम्मू-कश्मीर: बांदीपोरा में सेना की गाड़ी खाई में गिरी, 4 जवान शहीद, 2 घायल पहली फिल्म से ही कंगना रनौत से भिड़ने को तैयार अजय देवगन के भांजे, राम चरण के सामने दीवार बने सोनू स...

भारत और पाकिस्तान ने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची का किया आदान-प्रदान, दशकों से जारी है सिलसिला

भारत और पाकिस्तान ने बुधवार 1 जनवरी को राजनयिक चैनलों के माध्यम से दिल्ली और इस्लामाबाद में एक द्विपक्षीय समझौते के तहत अपने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची का आदान-प्रदान किया. यह समझौता दोनों पक्षों को एक-दूसरे के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करने से रोकता है. दोनों देशों के बीच करीब तीन दशक से अधिक समय से ये सिलसिला लगातार जारी है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सूची का आदान-प्रदान परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले को रोकने वाले एक समझौते के प्रावधानों के तहत हुआ.

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, “भारत और पाकिस्तान ने आज राजनयिक चैनलों के माध्यम से, नई दिल्ली और इस्लामाबाद में, परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं के खिलाफ हमले के निषेध पर समझौते के तहत शामिल परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं की सूची का आदान-प्रदान किया. सूची का आदान-प्रदान कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ सीमा पार आतंकवाद को लेकर दोनों देशों के बीच खराब संबंधों के बीच हुआ.

समझौते पर 31 दिसंबर, 1988 को हुए थे हस्ताक्षर

समझौते पर 31 दिसंबर, 1988 को हस्ताक्षर किए गए और 27 जनवरी, 1991 को यह लागू हुआ. इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच हर साल कैलेंडर ईयर के पहले दिन यानी एक जनवरी को अपने परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं के बारे में एक दूसरे के साथ जानकारी साझा करने का प्रावधान है. ये सूची राजनयिक माध्यमों से एक-दूसरे को सौंपी जाती है. सख्ती के साथ दोनों ही देश इस समझौते का पालन किया जाता है.

विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण कदम

इस सूची का आदान-प्रदान कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ सीमा पार आतंकवाद को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों में गतिरोध के बीच हुआ है. यह दोनों देशों के बीच ऐसी सूचियों का लगातार 35वां आदान-प्रदान है, पहला आदान-प्रदान 1 जनवरी 1992 को हुआ था. भारत और पाकिस्तान के बीच ये समझौता विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना था कि दोनों देश एक-दूसरे के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला नहीं करेंगे. इस समझौते का उद्देश्य दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों और प्रतिष्ठानों के संभावित उपयोग से बचाव करना और क्षेत्रीय स्थिरता को को बनाए रखना था.

टिल्लू ताजपुरिया के नाम पर मांगी फिरौती, 20 लाख लेकर पत्नी बदमाशों के पास पहुंची…पुलिस ने JIO मैनेजर को कैसे बचाया?     |     ‘प्रशांत किशोर इतना पैसा कहां से लाए’, PK की 4 करोड़ की वैनिटी वैन पर विवाद     |     छत्तीसगढ़: दसवीं फेल, स्पेशल पुलिस ऑफिसर से बना ठेकेदार, अब पत्रकार हत्याकांड में नाम; कौन है सुरेश चंद्राकर?     |     गर्लफ्रेंड के दरवाजे पर बॉयफ्रेंड ने रात भर किया इंतजार, सुबह खा लिया जहर…घरवालों का आरोप- सुसाइड नहीं, हत्या हुई है     |     पिज्जा खा रहा था परिवार, अचानक दांत में अटका चाकू का टुकड़ा; शिकायत के बाद फूड कंपनी ने क्या किया?     |     बाइक हो गई चोरी… शिकायत के लिए जा रहा था थाने, तभी सड़क पर दिखी मोटर साइकिल; फिर जो हुआ…     |     मंत्री किरेन रिजिजू ने PM की ओर से अजमेर शरीफ में चढ़ाई चादर, मोदी ने संदेश में कही ये बात     |     छत्तीसगढ़ पत्रकार हत्याकांड: ‘अरबों सूर्य की तरह…’ मुकेश चंद्राकर के मर्डर के बाद छोटे भाई ने बताई अंतिम इच्छा     |     जम्मू-कश्मीर: बांदीपोरा में सेना की गाड़ी खाई में गिरी, 4 जवान शहीद, 2 घायल     |     पहली फिल्म से ही कंगना रनौत से भिड़ने को तैयार अजय देवगन के भांजे, राम चरण के सामने दीवार बने सोनू सूद!     |