असम पुलिस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों और आतंकियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है. रविवार को असम पुलिस ने रविवार को असम के धुबरी जिले में एक कट्टरपंथी आतंकवादी समूह के सदस्य को अरेस्ट किया तो दूसरी ओर दो बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पार भेज दिया. असम सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ एक्शन शुरू किया है और उन्हें वापस भेजना शुरू किया है.
असम पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार आतंकी के संदेह में रविवार को पुलिस ने एक शख्स को अरेस्ट कर लिया है. संदिग्ध आतंकवादी की गिरफ्तारी असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन प्रघात अभियान के दौरान हुई है. बता दें कि ऑपरेशन प्रघात कट्टरपंथियों, आतंकवादियों और आतंकी नेटवर्क के खिलाफ चल रहे बहु-राज्यीय ऑपरेशन है.
ऑपरेशन प्रघात अभियान में अरेस्ट हुआ आतंकी
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया आतंकी की गिरफ्तारी के संबंध में बताया कि बिलासीपारा पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत खुदीगांव गांव से संदिग्ध आतंकी को अरेस्ट किया गया है. उसका नाम जहीर अली बताया गया है. पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन प्रघात के तहत अब तक बांग्लादेशी नागरिकों सहित कुल बारह संदिग्ध आतंकवादियों को अरेस्ट किया गया है.
ऑपरेशन प्रघात के तहत असम पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में एक बांग्लादेशी सहित आठ कट्टरपंथियों को अरेस्ट किया. ये देश भर में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम की योजना बना रहे थे और इसके लिए स्लीपर सेल स्थापित किया था.
दो अवैध बांग्लादेशियों को सीमा पार भेजा
दूसरी ओर, असम पुलिस ने अवैध रूप से राज्य में घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशियों के खिलाफ भी एक्शन लिया. राज्य की सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे दो बांग्लादेशियों को सीमा पार भेज दिया गया है.
सरमा ने टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, “भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी निगरानी रखते हुए असम पुलिस दो बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा और उन्हें सीमा पार भेजा. उन्होंने बताया कि दोनों घुसपैठियों की पहचान लैबोनो और बिजली के रूप में हुई है.
पड़ोसी देश में अशांति फैलने के बाद से असम से 210 से अधिक घुसपैठियों को वापस भेजा गया है और उत्तर पूर्व में 1885 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है.