वेट कंट्रोल करना सिर्फ फिट दिखने के लिए ही आवश्यक नहीं है बल्कि बीमारियों से बचाव के लिए भी बढ़ते वजन को कम करना जरूरी होता है. वजन हमेशा उम्र, हाइट, जेंडर के हिसाब से परफेक्ट होना चाहिए. अगर इससे ज्यादा वजन हो तो तुरंत इसे कम करने के लिए वर्कआउट करने साथ ही खानपान में बदलाव करना जरूरी होता है. आजकल जहां मोटापे से बहुत सारे लोग जूझ रहे हैं तो वजन कम करने के लिए लोग न जाने कितने जतन करते हैं. इसके लिए लोग अलग-अलग तरही की डाइट अपनाते हैं. इस वक्त OMAD काफी पॉपुलर हो रही है जिसे तेजी से वजन कम करने के लिए लोग अपना रहे हैं.
फिटनेस के प्रति लोग सजग तो हुए हैं, लेकिन ज्यादातर लोग चाहते हैं कि उनका वजन तेजी से घट जाए, इसलिए वह हार्ड डाइट का सहारा लेते हैं. इन्हीं डाइट में से एक है OMAD Diet. जान लेते हैं कि क्या होती है ये डाइट, कैसे इसे फॉलो करने से वजन तेजी से कम हो सकता है. क्या हैं इसके फायदे और सेहत पर इफेक्ट्स.
क्या है OMAD Diet?
OMAD डाइट ‘One Meal A Day’ यानी एक दिन में एक ही बार खाना. ये डाइट इंटरमिटेंट फास्टिंग से मिलती जुलती है और तेजी से वजन कम करने के लिए फॉलो की जाती है. इसमें दिन में एक ही बार खाना खाया जाता है. ये डाइट बिल्कुल व्रत रखने जैसी होती है. जिसमें दिन के समय पानी, ब्लैक कॉफी और बिना शुगर वाली चाय आदि पी जा सकती है. शाम के वक्त अगर आप खाना खा रहे हैं तो थाली में ऐसे फूड्स होने चाहिए जो आपको पूरा पोषण दें.
क्या हैं OMAD Diet के फायदे?
OMAD Diet से वजन तो कम होता ही है, इसके अलावा शरीर के टॉक्सिन भी बाहर निकलते हैं, क्योंकि इससे आपकी बॉडी को खाने से एक गैप मिल जाता है. यही वजह है कि इससे पाचन भी दुरुस्त होता है. ये डाइट ब्लड शुगर कंट्रोल भी करने में हेल्पफुल है और सूजन को भी कम करती है. इस डाइट को फॉलो करने से दिल भी हेल्दी रहता है.
क्या हो सकते हैं OMAD Diet के नुकसान?
OMAD Diet डाइट फॉलो करने से मसल्स में द्रव्यमान Body mass बनाए रखने में समस्या हो सकती है. खासतौर पर जिन लोगों को महज कुछ ही किलो लेट लूज करना हो. उनको ये डाइट फॉलो नहीं करनी चाहिए. इस डाइट को फॉलो करने से मेंटली स्ट्रेस भी बढ़ सकता है, क्योंकि सीधे सख्त डाइट फॉलो करने से ब्रेन पर बुरा असर होता है.
ये बातें ध्यान में रखना है जरूरी
अगर आप OMAD Diet फॉलो कर रहे हैं तो यह बहुत जरूरी है कि सारे रूल्स को फॉलो करें, दिन में इतना पानी पिएं कि डिहाइड्रेशन न हो. इसी के साथ शाम के समय खाने में हरी सब्जियां, प्रोटीन रिच फूड्स आदि अलग-अलग चीजें शामिल करें, नहीं तो शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है.