IPL 2025 का सीजन शुरू होने से ठीक पहले BCCI ने एक बड़ा फैसला लिया है. बोर्ड ने स्लो-ओवर रेट के नियम में बदलाव करते हुए कप्तानों पर लगने वाले बैन को खत्म कर दिया है. अब किसी भी कप्तान पर स्लो-ओवर रेट की वजह से बैन नहीं लगेगा. बीसीसीआई के इस फैसले के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या हार्दिक पंड्या पर लगा बैन हट जाएगा? क्या 23 मार्च को होने वाले चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ होने वाले मुंबई इंडियंस के पहले मुकाबले में वो हिस्सा ले सकेंगे? तो इसका जवाब है नहीं. इस नियम बदलने के बावजूद पंड्या मुंबई का ओपनर मैच नहीं खेल सकते.
नियम बदलने के बावजूद क्यों नहीं खेलेंगे पंड्या?
बीसीसीआई ने भले ही स्लो ओवर रेट का नियम बदल दिया है और कप्तानों पर लगने वाले बैन को हटा दिया है, इसके बावजूद मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या को पहले मैच में खेलने की अनुमति नहीं मिलेगी. क्योंकि भारतीय बोर्ड ने नए नियम को आईपीएल 2025 से लागू किया है. यानि इस सीजन से अब कप्तानों पर बैन का खतरा नहीं मंडराएगा, जबकि पंड्या पिछले सीजन में स्लो ओवर रेट के तीन बार दोषी पाए गए थे. इसलिए उन्हें अपनी गलती की सजा भुगतनी पड़ेगी. इसके बाद ही वो आईपीएल में हिस्सा ले पाएंगे.
BCCI ने अब स्लो ओवर रेट की सजा को इंटरनेशनल क्रिकेट के अनुसार कर दिया है. इसका मतलब है कि अब नए नियमों के तहत दोषी पाए जाने पर कप्तान के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा और डिमेरिट पॉइंट भी जोड़े जाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी टीम का स्लो ओवर रेट का मामला ज्यादा गंभीर समझा जाता है तो ये लेवल-2 के तहत आएगा और इसमें सीधे 4 डिमेरिट पॉइंट लगेंगे. जैसे ही किसी कप्तान को 4 डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं, तो मैच रेफरी कप्तान की पूरी 100 फीसदी मैच फीस काट सकता है या अतिरिक्त डिमेरिट पॉइंट दे सकता है.
ये खिलाड़ी झेल चुके हैं सजा
मुंबई इंडियंस ने पिछले सीजन में 3 बार स्लो-ओवर रेट की गलती की थी. इसकी वजह से पहले कप्तान हार्दिक पंड्या और टीम पर जुर्माना लगाया गया था. वहीं, आखिरी मैच में ये गलती दोहराने पर पंड्या पर एक मैच का बैन लगा था, जिसकी सजा वो नए सीजन में पूरा करेंगे. उनके अलावा पिछले सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान रहे ऋषभ पंत पर भी एक मैच का बैन लगा था.