ब्रेकिंग
छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को दीपावली गिफ्ट, 17-18 अक्टूबर को वेतन, दैनिक वेतनभोगियों को भी भुगतान जैसलमेर हादसा: 'मानक ताक पर रखकर बनी थी बस', जांच कमेटी ने माना- इमरजेंसी गेट के सामने लगाई गई थी सी... 'कांतारा चैप्टर 1' ने किया गर्दा! 15 दिन में वर्ल्डवाइड ₹679 करोड़ पार, विक्की कौशल की 'छावा' से महज... वेनेजुएला पर ऑपरेशन से तनाव: दक्षिणी कमान के प्रमुख एडमिरल होल्सी ने कार्यकाल से पहले दिया इस्तीफा, ... शेयर बाजार में धन वर्षा! सिर्फ 3 दिनों में निवेशकों की संपत्ति ₹9 लाख करोड़ बढ़ी, सेंसेक्स और निफ्टी... त्योहारी सीजन में सर्वर हुआ क्रैश: IRCTC डाउन होने से टिकट बुकिंग रुकी, यात्री बोले- घर कैसे जाएंगे? UP पुलिस को मिलेगी क्रिकेटरों जैसी फिटनेस! अब जवानों को पास करना होगा यो-यो टेस्ट, जानिए 20 मीटर की ... दिन में सोना अच्छा या बुरा? आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान क्या कहता है, किन लोगों को नहीं लेनी चाहिए 'द... प्रदूषण का 'खतरा' घर के अंदर भी! बढ़ते AQI से बचने के लिए एक्सपर्ट के 5 आसान उपाय, जानें कैसे रखें ह... शरीयत में बहुविवाह का नियम: क्या एक मुस्लिम पुरुष 4 पत्नियों के होते हुए 5वीं शादी कर सकता है? जानें...
उत्तरप्रदेश

अवैध पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट, एक महिला की मौत, माचिस की आड़ में पटाखे कराते थे पैक

शामली। अवैध रूप से घर में चल रही पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हो गया, जिसमें एक महिला की मौत हुई है, जबकि चार लोग झुलस गए। आसपास के लोगों की सूचना पर दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

चार महिलाओं सहित पांच झुलसे

शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दयानंद नगर में स्थित एक मकान में पिछले कई महीनों से अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था। शनिवार सुबह करीब साढ़े दस बजे पटाखा फैक्ट्री में धमाका हो गया, जिसमें चार महिलाएं समेत पांच लोग झुलस गए। मामूली रूप से झुलसे चार लोग भाग गए, जबकि एक महिला 75 वर्षीय करतारी की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

पुलिस कर रही है छानबीन

पुलिस का कहना है कि एक महिला की मौत हो गई है, जबकि अन्य के झुलसने की जानकारी है। उनके बारे में पता किया जा रहा है। अवैध रूप से पटाखे बनाने के मामले में भी कार्रवाई की जाएगी। आसपास के लोगों का कहना है कि दिनरात पटाखों का काम किया जा रहा था। यहां से बाहर भी सप्लाई हो रहे थे।

Related Articles

Back to top button