ब्रेकिंग
पन्ना के 50 करोड़ के 'हीरे' का राज़ खुला! खनिज अधिकारियों की टीम ने सुलझाया सस्पेंस, क्या था पूरा रह... धार में चमत्कार! रातों-रात अरबपति बना आम शख्स, खाते में आ गई 2800 करोड़ से ज़्यादा की रकम झारखंड में बड़ा स्वास्थ्य घोटाला: थैलेसीमिया पीड़ित 5 बच्चों को चढ़ा HIV संक्रमित ब्लड, रिपोर्ट पॉजि... CM मोहन यादव का तत्काल एक्शन! गंभीर BJP नेता मुकेश चतुर्वेदी को ग्वालियर वेदांता में कराया एयरलिफ्ट,... समाज के लिए आस्था! 8 साल से छठी मैया का व्रत रख रही बलिया की किन्नर, बेहद दिलचस्प है उनके त्याग और भ... असिन के पति हैं ₹1300 करोड़ के मालिक, एक्ट्रेस असिन की संपत्ति जान उड़ जाएंगे आपके होश! रात में बल्ब के पास मंडराने वाले कीटों से हैं परेशान? अपनाएं ये 5 अचूक घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत हमास से हुआ सीजफायर, फिर क्यों गाजा में अभी भी हमले कर रहा इजराइल? क्रिएटर्स को बड़ी राहत! Reels के दीवानों के लिए आया नया फीचर, अब ये दिक्कत नहीं आएगी सामने वास्तु शास्त्र: भूलकर भी घर की छत पर न रखें ये 5 चीजें, हो सकते हैं कंगाल, तुरंत हटा दें।
देश

भक्त से परेशान भगवान ने चार लोगों पर दर्ज कराया केस, जानें क्या है मामला

आरा: आम तौर पर इंसान दूसरे इंसान पर केस करता है, या इंसान इंसाफ और न्याय के लिए भगवान की शपथ लेता है, लेकिन बिहार के आरा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें भगवान इंसान से न्याय के लिए खुद केस किये और न्यायपालिका के दरवाजे तक पहुंच गए है। केस का सिलसिला 1988 से शुरू हुआ था. फिर 1989, 2019 और 2023 में केस दर्ज कराया गया। जो अब तक चल रहा है।

मामला आरा सिविल कोर्ट में बड़ी मठिया में मौजूद हनुमान जी, ठाकुर जी व अन्य देवताओं के नाम से मुकदमा दायर किया गया है। सभी मुकदमा अलग-अलग मामलों का है। यहां एक या दो नहीं बल्कि हनुमान जी के नाम से चल रहा है चार मुकदमा। आरा सिविल कोर्ट में खुद हनुमान जी ने चार इंसानों पर मुकदमा दर्ज कराया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

दरअसल पूरा मामला ये है कि आरा सिविल कोर्ट में बड़ी मठिया में मौजूद हनुमान जी, ठाकुर जी व अन्य देवताओं के नाम से मुकदमा दायर किया गया है। सभी मुकदमा अलग-अलग मामलों का है। पहला मुकदमा केस संख्या (4/23) पुष्पा देवी के नाम से है। जिनपर जीमन और महंत के दावेदारी का मुकदमा है। दूसरा केस (11/19) नारायण शर्मा तीसरा केस (297/89) योगिंदर सिंह और चौथा मुकदमा (18/88) अयोध्या मिस्त्री उर्फ सुपन मिस्त्री पर है। इन सभी पर दुकान दखल व किराया नहीं देने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। ये सभी मुकदमा बड़ी मठिया के तत्कालीन महंत राम किंकर दास के द्वारा कराया गया है, लेकिन मुकदमा में पहला पार्टी बड़ी मठिया में मौजूद हनुमान जी और ठाकुर जी को बनाया गया है।

आरोपी हैरान

भगवान के इस मुकदमे के आरोपी नारायण शर्मा व पुष्पा देवी के पुत्र चंदन ओझा से बातचीत के दौरान खुद आरोपी भी हैरान हो कर बताये की इस तरह का अजूबा चीज हमारे साथ हुआ है। हम खुद हैरान है। हमलोगों से कोई गलती हो जाती है तो हमलोग खुद भगवान के शरण मे जा कर माफी मांगते है, लेकिन हमलोग भगावन के आरोपी कब बन गए ये पता नहीं चला।

कोर्ट के द्वारा नोटिस प्राप्त हुआ

जब कोर्ट के द्वारा नोटिस प्राप्त हुआ था, उस समय पढ़ कर आंख खुली की खुली रह गई थी कि केस में पहला पार्टी भगवान कैसे बन सकते है। बाद में पता चला कि इस मठिया के महंत हुआ करते थे, राम किंकर दास। उनके द्वारा भगवान के नाम पर केस किया गया है। तारीख पर हमलोग हाजिर होते हैं, न्यायपालिका में मुकदमा चल रहा है देखिये क्या होता है।

इस मामले में सिविल कोर्ट के अधिवक्ता द्वारा बताया गया कि ये थोड़ा हैरान करने वाला मामला तो है, लेकिन भारत के संविधान में ये सम्भव है। भगवान के नाम पर उनके सेवक या मंदिर के पुजारी किसी पर मुकदमा कर सकते हैं।

Related Articles

Back to top button