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संघ ने किया हरसिमरत को खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाने का विरोध

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने हरसिमरत कौर को खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाने का विरोध किया है। संघ ने सलाह दी है कि अरविंद पनगढिय़ा, राजीव कुमार जैसे अमरीका परस्त और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ.डी.आई.) के पैरोकार अर्थशास्त्रियों को मोदी सरकार तवज्जो ने दे। संघ ने प्रधानमंत्री को सलाह दी है कि आधुनिकीकरण करें लेकिन पश्चिमी देशों की तरह नहीं।

स्वदेशी जागरण मंच सभी क्षेत्रों में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश का विरोध करते हैं लेकिन खाद्य प्रसंस्करण और फार्मा सैक्टर में कतई एफ.डी.आई. के पक्ष में नहीं है। उनका कहना है कि ये दो क्षेत्र हैं जहां भारतीय उद्योग पनप सकते हैं। फार्मा सैक्टर में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। भारत फार्मा कम्पनियों और दवा उत्पाद का हब बन रहा है। मोदी सरकार की नीति है कि देश के सभी क्षेत्रों को 100 प्रतिशत तक विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए खोला जाए। भाजपा की भारी बहुमत से बनी सरकार में संघ ज्यादा मुखर होकर विरोध तो नहीं कर पा रहा है लेकिन इशारों में और आंतरिक बैठकों में विरोध कर रहा है।
खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर ने पिछले कार्यालय में भी खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी विदेशी कम्पनियों को बढ़ावा दिया था। मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के अगले दिन जब हरसिमरत कौर को फिर से खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय दिया तो बहुराष्ट्रीय खाद्य चेन कम्पनी वालमार्ट ने श्रीमती कौर को बधाई दी। इस पर स्वदेशी जागरण मंच के अध्यक्ष अश्वनी महाजन ने ट्वीट कर सवाल उठाया कि वालमार्ट ने श्रीमती कौर को बधाई क्यों दी? सूत्रों का कहना है कि मंच ने पी.एम.ओ. को भी शिकायत की है। मंच ने प्रधानमंत्री को सलाह दी कि रघुराम राजन, नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढिय़ा और वर्तमान उपाध्यक्ष राजीव कुमार जैसे अमरीकी समर्थक अर्थशास्त्रियों की नियुक्त न करें बल्कि ऐसे लोगों की नियुक्ति करें जो भारतीय परिपेक्ष्य में सोचें। संघ ने एक और सलाह दी कि सरकार आधुनिकीकरण करे, नए जमाने के साथ तालमेल करे लेकिन पश्चिमी देशों की देखा-देखी न करे।
वॉलमार्ट की बधाई पर बिफरा स्वदेशी जागरण मंच
राष्ट्रीय स्वयंसेवक के अर्थव्यवस्था पर काम करने वाले आनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण से पहले एक धमाकेदार आरोप लगाया। एस.जे.एम. ने कहा है कि एन.डी.ए. में शामिल शिरोमणि अकाली दल की सांसद एवं कार्यवाहक मंत्री हरसिमरत कौर बादल के बहुराष्ट्रीय कंपनी वॉलमार्ट से खास रिश्ते हैं और उन्होंने वॉलमार्ट की मदद की है। स्वदेशी जागरण मंच के नेता डॉ. अश्वनी महाजन ने कहा कि जब चुनाव नतीजे आए तो हरसिमरत बादल को वॉलमार्ट के सी.ई.ओ. की तरफ  से बधाई संदेश आए।

एफ.डी.आई. नियम बदलने में की मदद 
उन्होंने आरोप लगाया कि बादल सरकार ने सबसे पहले देश में पंजाब में वॉलमार्ट का स्टोर खोलने दिया। जब हरसिमरत बादल मोदी सरकार में मंत्री बनीं तो उन्होंने फूड प्रोसैसिंग सैक्टर में एफ.डी.आई. की इजाजत देने की जमकर वकालत की और नीतिगत बदलाव कराने में सक्षम हुईं जिसकी वजह से फूड प्रोडक्ट की मार्कीटिंग की भी इजाजत मिल गई।

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