6 दिन बाद भी लापता विमान बना पहेली, आसमान खा गया या जमीन निगल गई ?

ईटानगरः पिछले 6 दिनों से भारतीय वायुसेना के लापता विमान एएन-32 का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। लगतार सेना के जवान व स्थानीय प्रशासनों की संयुक्त खोज अभियान जारी है। खराब मौसम के बावजूद वायु, जल और थल सेना तीनों टुकड़ियां सर्च अभियान में लगी हुई हैं। लेकिन 100 घंटों से ज्यादा का वक्त होने के बाद भी अभी तक विमान का कोई सुराग नहीं मिला है और सर्च अभियान अभी तक जारी है।
भारतीय सेना और स्थानीय लोगों की जमीनी टुकड़ियां और सी130जे के अलावा हेलीकॉप्टरों, भारतीय नौसेना के पी8आई द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन विमान का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्थानीय और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीमें सियांग जिले के आसपास के इलाकों की तलाश कर रही हैं। खोज अभियान में लगभग 2,500 वर्ग किमी का क्षेत्र शामिल है, जो सियांग जिले के कायींग और पायुम क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने गुरुवार को विमान के लिए खोज अभियान तेज करने की खातिर सियांग, पश्चिम सियांग, निचली सियांग और शि-योमी के जिला प्रशासन से बात की। रूस निर्मित विमान ने अरुणाचल प्रदेश के शि-योमि जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए 3 जून को 12 बजकर 27 मिनट पर असम के जोरहाट से उड़ान भरी थी। जमीनी नियंत्रण कक्ष के साथ विमान का संपर्क दोपहर एक बजे टूट गया। विमान में चालक दल के आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे।