रायपुर में राष्ट्रीय सुरक्षा का पावर सेंटर: NSA अजीत डोभाल पहुंचे, डीजीपी आईजी कॉन्फ्रेंस में हाईलेवल मंथन

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आज देश की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का नया हब बना हुआ है. तीन दिवसीय DGP IG कॉन्फ्रेंस में शामिल होने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल रायपुर पहुंच गए हैं. नवा रायपुर स्थित IIM परिसर में होने वाले इस हाई-प्रोफाइल सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित देशभर के शीर्ष पुलिस अधिकारी—DGP से लेकर ADG और IG स्तर तक—सुरक्षा, अपराध नियंत्रण और नई चुनौतियों पर रणनीति तैयार करेंगे.
रायपुर पहुंचे NSA डोभाल
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शुक्रवार दोपहर रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वे सीधे नवा रायपुर स्थित नवीन विश्रामगृह के लिए रवाना हुए. सुरक्षा एजेंसियों और राज्य पुलिस के अधिकारियों ने उनके आगमन को देखते हुए एयरपोर्ट से लेकर विश्रामगृह तक कड़े बंदोबस्त किए थे.
IIM रायपुर में कांफ्रेंस
NSA अजीत डोभाल कुछ समय विश्राम करने के बाद दोपहर 2 बजे IIM रायपुर पहुंचे. यहां वे DGP–IG कॉन्फ्रेंस की मीटिंग में मौजूद हैं. सम्मेलन के पहले दिन डोभाल शीर्ष अधिकारियों से सुरक्षा रणनीतियों पर प्रारंभिक इनपुट ले रहे हैं.
देशभर के शीर्ष पुलिस अधिकारी एक मंच पर
इस हाई-प्रोफाइल सम्मेलन में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के DGP, IG, ADG और केंद्रीय सुरक्षा संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे. करीब 600 से ज्यादा अधिकारी तीन दिनों तक सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और खुफिया तंत्र को मजबूत करने पर विचार-विमर्श करेंगे. यह पुलिस व्यवस्था का सबसे बड़ा वार्षिक मंच माना जाता है.
राष्ट्रीय सुरक्षा के अहम मुद्दों पर हाई-लेवल मंथन
कॉन्फ्रेंस के दौरान आतंकवाद विरोधी रणनीतियों, साइबर अपराधों की रोकथाम, नक्सल चुनौती, अंतरराज्यीय अपराधों के नेटवर्क, तकनीक-आधारित पुलिसिंग और खुफिया एजेंसियों के समन्वय पर गहन चर्चा होगी. डोभाल इन विषयों पर अधिकारियों से प्रेजेंटेशन भी लेंगे और भविष्य की रणनीतियों के लिए दिशा-निर्देश देंगे.
रायपुर बना राष्ट्रीय सुरक्षा का पावर हब
तीन दिनों तक रायपुर देश की सुरक्षा व्यवस्थाओं का मुख्य केंद्र बन गया है. पहली बार इतने बड़े स्तर पर केंद्र और राज्यों के शीर्ष अधिकारी एक ही जगह रणनीति बनाने के लिए जुट रहे हैं. इससे न केवल छत्तीसगढ़ की भूमिका मजबूत हो रही है, बल्कि राजधानी रायपुर राष्ट्रीय सुरक्षा की चर्चाओं का महत्वपूर्ण मंच बन गया है.






