चिड़िया चुग गई खेत की झांकी लेकर पहुंचे कांग्रेसी, मंत्री बोले भूले सदन की मर्यादा

भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा में किसानों के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने कांग्रेस विधायक चिड़िया चुग गई खेत की झांकी लेकर पहुंचे. कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाद सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि प्रदेश के किसानों को खाद, खरीदी के उचित मूल्य और मुआवजे के लिए भटकना पड़ रहा है. किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर संघर्ष कर रहा है, जबकि सरकार भावांतर का झुनझुना बजा रही है. उधर सरकार ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए विरोध प्रदर्शन को सुर्खियां बटोरने का स्टंट बताया है.
चिड़िया चुग गई खेत की झांकी लेकर पहुंचे कांग्रेसी
कांग्रेस अपनी मांगों को लेकर ध्यान खींचने विरोध का अलग-अलग तरीका अपना रही है. एक दिन पहले कांग्रेस विधायकों ने स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया था. सदन के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक चिड़िया चुग गई खेत की झांकी लेकर पहुंचे. इसमें कांग्रेस ने दिखाया कि बीजेपी रूपी चिड़िया किसान का अनाज चुग रही है और इससे किसान के हाथ खाली रह गए हैं. कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी सरकार पर लगाए आरोप
चिड़िया चुग गई खेत की झांकी लेकर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि “किसानों के हितों की रक्षा न कर पाना बीजेपी सरकार की सबसे बड़ी विफलता है. किसानों को सोयाबीन, मक्का, प्याज के भाव नहीं मिल रहे हैं. भूमि अधिग्रहण के नाम पर चार गुना नहीं देना चाहते. कर्ज माफ नहीं करना चाहते. किसानों को लाइन में लगा लगाकर परेशान किए हैं. कुछ दिन में ऐसा न हो कि किसानों से ब्लड प्रेशर की रिपोर्ट मांगने लग जाए. इसको लेकर सदन में उठाए गए सवालों पर भी सरकार गोलमोल जवाब देती है.”
‘कांग्रेस सदन की मर्यादा भूली’
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि “किसानों के मामले में सरकार संवेदनशील है. भावांतर का मामला हो या खाद-बीज का, सरकार ने किसानों के हित में तुरंत निर्णय किए हैं. किसानों के हितों का ध्यान रखना सरकार का काम है और वह यह जिम्मेदारी निभा भी रही है.”
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि “विधानसभा नौटंकी करने का स्थान नहीं है. कभी गिरगिट बनकर आ गए, कभी चोला पहनकर आ गए, कभी शराब की बॉटल लेकर आ जाते हैं. कांग्रेस विधायक सदन की मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं. वह विरोध करें, मुद्दे उठाएं, लेकिन उसकी एक गरिमा और परंपरा है. कांग्रेस ऐसा करके अपनी अपरिपक्वता दिखाती है.”






