अचानक रात में आदिवासियों के बीच पहुंचे कलेक्टर, ग्रामीणों की भूख प्यास हुई छूमंतर

छिंदवाड़ा: कड़कड़ाती ठंड और जलते चूल्हे के सामने बैठकर खाना खाने की तैयारी कर रहे आदिवासियों के बीच जैसे ही गाड़ियों के काफिले के साथ लोगों का हुजूम पहुंचा. ग्रामीण सकते में आ गए, लेकिन जैसे ही पता चला कि उनकी समस्या सुनने के लिए कलेक्टर पहुंचे हैं तो लोगों ने चौपाल लगाकर समस्याओं की झड़ी लगा दी.
कलेक्टर और सीईओ को देख महिलाओं की भूख खत्म
कलेक्टर हरेंद्र नारायण और जिला पंचायत सीईओ अग्रिम कुमार तामिया शनिवार शाम को आदिवासी गांव मोयापानी पहुंचे. जिस वक्त प्रशासन का काफिला गांव में पहुंचा, उस समय स्थानीय निवासी खाना खाने की तैयारी कर रहे थे.
जिला कलेक्टर के आने की खबर मिलते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. जिसके बाद कड़कड़ाती ठंड के बीच लककियां इकट्ठी कर अलाव जलाया गया. फिर पूरा गांव अधिकारियों के साथ चर्चा के लिए बैठ गया. इस दौरान कलेक्टर ने पूछा कि आप लोग खाना खा लिए हैं? इस पर एक स्वर में महिलाओं ने कहा कि साहब आपको देखकर हमारी भूख खत्म हो गई है.
युवाओं और महिलाओं को किया गया प्रेरित
चौपाल में कलेक्टर ने स्वरोजगार से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी. युवाओं और महिलाओं को इन योजनाओं का लाभ लेकर आर्थिक रूप से सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया. योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रक्रिया से भी लोगों को अवगत कराया गया. ग्रामीणों की वोल्टेज की समस्या से निजात के लिए कलेक्टर के निर्देश पर 1 ट्रांसफॉर्मर विद्युत विभाग द्वारा तुरंत ही लगाने के लिए आश्वस्त किया गया है.
मिड डे मील को लेकर प्रशासन सख्त
कलेक्टर से सभी सरकारी स्कीम के संबंध में ग्रामीणों से बात की. इस दौरान राशन मिलने में हो रही समस्याओं के बारे में भी लोगों से बातचीत किया. आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्थाओं की जानकारी ली और यह पूछा कि बच्चों को भोजन ठीक से मिल रहा है या नहीं? महिलाओं ने कहा कि राशन लेने में सबसे ज्यादा समस्या हमें फिंगरप्रिंट की आती है. अधिकतर समय मशीन में फिंगरप्रिंट नहीं लगता है. कई बार बिजली की समस्या होती है और मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत होती है.
स्व-सहायता समूह की महिलाओं का मार्गदर्शन
ग्रामीणों ने कलेक्टर से द्वारा ढाल ढाना में मिनी आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण की मांग की है. जिस पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया. स्व-सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत कर उनके कार्यों, उत्पादों और आय बढ़ाने के उपायों पर भी मार्गदर्शन दिया गया. उद्यानिकी विभाग से संबंधित विषयों पर भी चर्चा की गई.
आदिवासी गांव में चौपाल लगाकर सुनी गई समस्याएं
कलेक्टर हरेन्द्र नारायण ने बताया “सीएम मोहन यादव की मंशा के अनुसार रात में ट्राइबल ब्लॉक तामिया की मोयापानी ग्राम में चौपाल लगाकर जनजातीय ग्रामीणों की समस्याएं सुनी है. ग्रामीणों ने वोल्टेज की समस्या दूर करने और स्टॉप डैम निर्माण आदि से संबंधित सुझाव और समस्याएं बताई हैं. जिनके समाधान के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए हैं.”
ग्रामीणों ने चौपाल की पहल की तारीफ करते हुए कहा कि इससे अपनी बात सीधे प्रशासन तक पहुंचाने का मौका मिला है. चौपाल में विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी, एसडीएम जुन्नारदेव कामनी ठाकुर, तहसीलदार उमराज सिंह वारले, सीईओ जनपद पंचायत सहित विभिन्न विभागों के खंड स्तरीय अधिकारी और स्थानीय अमला उपस्थित थे.






