कभी घरों में जाकर दूध बेचते थे जय प्रकाश, अब बनेंगे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर

नई दिल्ली। भाजपा नेता जय प्रकाश उर्फ जेपी का उत्तरी दिल्ली नगर निगम का नया मेयर बनना लगभग तय है। पार्टी ने मेयर पद के लिए उनके नाम की घोषणा बुधवार को कर दी। जय प्रकाश उर्फ जेपी इससे पहले 2019 में स्थायी समिति के चेयरमैन थे।
वर्ष 2017 में चुनकर आए निगम में जय प्रकाश का पहले वर्ष से ही नेता सदन से लेकर स्थायी समिति चेयरमैन बनाए जाने को लेकर नाम चर्चा में रहता था। उन्हें न तो 2017 में मौका मिल पाया था और न ही 2018 में। लेकिन अब उन्हें ये मौका आखिरकार मिल ही गया। 24 जून को होने वाले चुनाव में वह मेयर निर्वाचित हो जाएंगे।
दैनिक जागरण से बातचीत में जय प्रकाश ने बताया कि उनका परिवार काफी बड़ा था। उस समय घर का गुजारा दूध बेचकर होता था। घर पर पांच-छह भैंस थीं। जब वे थोड़े समझदार हो गए तो सदर बाजार के विभिन्न घरों में जाकर दूध बेचते थे। वे सुबह-शाम दूध बेचकर स्कूल जाते थे। उन्होंने बताया कि वे सात भाई और पांच बहन हैं।
व्यवस्था संभालने के लिए जाने जाते हैं जेपी
जेपी ने अपने दम पर राजनीति में पहचान बनाई है। वे संगठन में कार्यक्रमों की व्यवस्था संभालने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद वर्ष 2004 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कार्य किया है। वे संघ की शाखा के गटनायक से लेकर मुख्य शिक्षक और अन्य पदों पर रहे हैं। इसके बाद युवा मोर्चा की प्रदेश इकाई में महामंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी बने।
पार्टी के कई पदों पर रहे हैं जेपी
जब विजेंद्र गुप्ता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने तो उन्हें चांदनी चौक जिले का जिलाध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद विजय गोयल ने उन्हें प्रदेश महामंत्री बनाया। सतीश उपाध्याय के प्रदेश अध्यक्ष बनने के दौरान उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया। मनोज तिवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी वे प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर कार्य किए। बड़े कार्यक्रमों में अक्सर जय प्रकाश को व्यवस्था की जिम्मेदारी दी जाती है।
विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं जेपी
इससे पहले जय प्रकाश वर्ष 2008 से 2013 व 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान सदर बाजार से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन इस चुनाव में उन्हें कामयाबी नहीं मिली। फिलहाल वह सदर बजार से पार्षद हैं। जय प्रकाश का दिल्ली भाजपा में अहम स्थान है।