EVM, VVPAT को लेकर चुनाव आयोग से मिलने जा रहे 21 विपक्षी दल

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की मतगणना 23 मई को होगी. उससे पहले, मंगलवार को 21 विपक्षी दल चुनाव आयोग से मिलकर EVM और VVPAT को लेकर अपनी चिंताएं सामने रखेंगे. विरोधी दलों ने यह फैसला रविवार को आए एक्जिट पोल्स के बाद लिया है जिसमें सत्ताधारी एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है.
एक्जिट पोल्स में विपक्षी दलों का प्रदर्शन निराशाजनक ही दिखा गया है. क्षेत्रीय दलों के भी खराब परफॉर्म करने का अनुमान लगाया गया है. 13 एक्जिट पोल्स में बताया गया है कि विपक्षी गठबंधन 122 से ज्यादा सीटें नहीं जीतेगा. अधिकतर राजनैतिक दलों ने कहा है कि एक्जिट पोल्स अक्सर सही नहीं होते. तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा है कि ऐसे एक्जिट पोल्स “हजारों EVMs को बदलने या गड़बड़ी करने” के लिए लाए जाते हैं.
विपक्षी दलों ने उठाए हैं एक्जिट पोल्स पर सवाल
सोमवार को तेलुगू देशम प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि चुनाव आयोग को पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करनी चाहिए. उन्होंने सवाल उठाए कि 50 फीसदी वोटर स्लिप्स का VVPAT से मिलान क्यों नहीं किया जा रहा है.
कर्नाटक सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि ‘एक्जिट पोल एक खास नेता और उसकी पार्टी के पक्ष में एक लहर का झूठा वातावरण तैयार करने का एक प्रयास था.’ उन्होंने कहा कि एक्जिट पोल को अनावश्यक अधिक महत्व नहीं दिया जाना चाहिए, जो मात्र अस्थायी आंकड़े पेश करता है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और सत्ताधारी एआईएडीएमके के नेता के. पलनीस्वामी ने ओपिनियन/एक्जिट पोल को जबरदस्ती की राय करार दिया है.