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घोड़े की अंतिम यात्रा में उमड़ी सैकड़ों लोगों की भीड़, कोरोना लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां

बेंगलुरु। कर्नाटक में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर जारी है। इसलिए प्रदेश में लॉकडाउन 7 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस बीच रविवार को एक ऐसा मंजर देखने को मिला, जिसने कोरोना लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा दीं। यहां एक घोड़े की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों की भीड़ नजर आई। कोरोना के कहर के बीच लॉकडाउन के उल्‍लंघन का ये नजारा बेलगावी जिले के मराडीमठ क्षेत्र में देखने को मिला। इस घटना के बाद क्षेत्र को प्रशासन ने सील कर दिया है।

दरअसल ये कोई साधारण घोड़ा नहीं था। ये स्‍थानीय देवता को समर्पित घोड़ा था, जिसमें लोगों की बहुत आस्‍था है। मराडीमठ गांव के कदसिद्देश्वर आश्रम से जुड़े इस घोड़े की शुक्रवार रात मौत हो गई थी। शनिवार को इस घोड़े की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान लोग ये भी भूल गए कि कोरोना से पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। स्‍थानीय प्रशासन की नजर जैसे ही इस घटना के फोटो और वीडियो पर पड़ी, उन्होंने करीब 400 घरों की बस्ती मराडीमठ को सील कर दिया। कोन्नूर में तहसीलदार प्रकाश होलेप्पागोल ने बताया कि न केवल निवासियों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया गया है, बल्कि उनकी कोविड ​-19 की जांच भी की जा रही है।

इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि घोड़े की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग चल रहे हैं। इनमें पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं और बच्‍चे भी शामिल हैं। पूरे रीति-रिवाज से घोड़े का अंतिम संस्‍कार की विधियां की जा रही हैं। इस दौरान ज्‍यादा लोगों ने मास्‍क भी नहीं लगाया हुआ हैं। ये वीडियो स्‍थानीय प्रशासन पर भी सवाल उठा रहा है। आखिर, क्‍यों पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान इतने लोगों को निकलने दिया?

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