मध्य प्रदेश: कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या करने के मुख्य आरोपी विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में सरेंडर कर दिया है। जिस विकास दुबे को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस और एसटीएफ पूरे देश की खाक छान रही थी एमपी के उज्जैन में वो मिला। गिरफ्तारी के बाद पुलिस विकास दुबे को महाकाल थाने लेकर आई, जहां उससे पूछताछ की।
कानपुर कांड के अपराधी मुंह पर मास्क लगाए वो महाकाल के दर्शन करने आया था, लेकिन यहां वो पुलिस की नजरों से बच नहीं पाया। पुलिस को देख मंदिर के बाहर विकास दुबे जोर-जोर से चिल्लाता रहा और बोलता रहा मैं हूं विकास दुबे, कानपुर वाला।
बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए पर्ची भी कटाई थी। उसका इरादा सरेंडर का था। साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि उसने सरेंडर के लिए स्थानीय मीडिया को इसकी खबर दी थी।
दरअसल 2 जुलाई की रात को कानपुर कांड को अंजाम देने के बाद वो पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए भागा भागा फिर रहा था। वो लगातार यूपी पुलिस और एसटीएफ को गच्चा देकर दिल्ली एनसीआर, हरियाणा और एमपी तक भागता रहा। और इस दौरान उसके तमाम गुर्गे लगातार एनकाउंटर में मारे जा रहे थे। लेकिन आखिरकार उसकी भागमभाग उज्जैन के महाकालेश्वर में आकर खत्म हुई।