पंजाब में विधानसभा चुनाव Assembly Election) में गिनती के दिन बचे हैं। लेकिन सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस (Congress) अंदरूनी कलह से जूझ रही है। पार्टी के सीनियर नेता और मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे Ashwani kumar ने चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। जाने से पहले वे पार्टी को काफी कुछ सुना गए।
लगभग 46 साल का नाता तोड़ते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस लीडरशिप में दम नहीं है। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अश्विनी कुमार ने कहा ‘कांग्रेस वह पार्टी नहीं है जो वह थी, हमारे पास पार्टी का नेतृत्व करने के लिए एक परिवर्तनकारी और प्रेरक नेतृत्व नहीं है… मैंने न तो राजनीति छोड़ी है और न ही जनता की सेवा, मैं राष्ट्र के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करना जारी रखूंगा।माना जा रहा है कि चुनाव से ठीक पहले उनके जाने से कांग्रेस को सियासी नुकसान हो सकता है। अश्विनी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेहद वफादार नेता माने जाते थे और चार दशकों से भी ज्यादा समय से पार्टी से जुड़े हुए थे।