Breaking
वकालत के पेशे की सेवा में कमी होने पर नहीं खटखटा सकते उपभोक्ता फोरम का दरवाजा नहीं पेश हुए कंपनी के वकील, मप्र हाईकोर्ट ने लगाया नेशनल इंश्योरेंस कंपनी पर 25 हजार का जुर्माना ठगी का नया तरीका, नकली थाने से वारदात, कोलकाता से आए इंजीनियर के खाते से ढाई लाख रुपये उड़ाए, ऐसे रह... पारिवारिक विवाद में भाई ने की भाई की हत्या, सीने में घोंपा चाकू, आरोपी गिरफ्तार इंदौर में शनिवार रहा सीजन का सबसे गर्म दिन, 41.3 डिग्री रहा तापमान, आगे ऐसे रहेंगे हालात नदी में अवैध खनन के दौरान निकली एक हजार साल पुरानी जैन प्रतिमा, समाज के सुपुर्द की, पूजा-पाठ का दौर ... देवास में गोवध का मामला, मांस की तस्करी के पहले पकड़ाया तस्कर, लोगों ने की पिटाई कपड़े की दुकान में लगी भीषण आग, गंजीपुरा इलाके में मची अफरातफरी महाकाल भस्म आरती के लिए 1500 रुपये की मांग, महिला ने पुरोहित का ऑडियो रिकॉर्ड कर कलेक्टर से की शिकाय... 6 जून को जबलपुर में नो फ्लाइंग डे, विमानों की कमी के खिलाफ कई पैसेंजर ने यात्रा निरस्त की

190 लाख करोड़ रुपये के पार हो सकता है बैंक जमा

बैंकों में एक साल में जमा की रकम 190 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच सकती है। बैंकिंग सूत्रों के मुताबिक,उधारी की मांग को पूरा करने के लिए बैंकों के पास सबसे आसान तरीका एफडी पर ब्याज बढ़ाना है।अभी जमा की वृद्धि दर 9.5% है,वहीं कर्ज में 17% बढ़त है।जमा के अनुपात में कर्ज का उठाव दोगुना है।यस सिक्योरिटीज के अमर अंबानी ने कहा कि बैंकों को जमा पर ब्याज बढ़ाना ही होगा।आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक,4 नवंबर के पखवाड़े में बैंकों के पास 173.70 लाख करोड़ जमा था। एक साल पहले यह 160.46 लाख करोड़ था।

पिछले साल नवंबर से इस साल मई तक जमा पर ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई बावजूद इसके जमा में 13 लाख करोड़ की बढ़त दिखी। इस साल मई से आरबीआई द्वारा रेपो दर में 1.90 फीसदी की वृद्धि के बाद जमा पर ब्याज दरें जमकर बढ़ीं हैं।अब एफडी पर 8 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है।आईसीआईसीआई बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री समीर नारंग ने कहा,कर्ज में ज्यादा वृद्धि इसलिए हैं क्योंकि आवास, कृषि, वाहन और अन्य क्षेत्रों से मांग आ रही है। क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 और 2024 में कर्ज की रफ्तार 15% की दर से बढ़ सकती है। 2024 में बैंकों का कर्ज 164 लाख करोड़ हो सकता है।

बैंकों का कर्ज 110.40 लाख करोड़ से बढ़कर 129.26 लाख करोड़ रुपये हो गया है। जमा की तुलना में इसमें 6 लाख करोड़ बढ़त हुई है। पिछले साल जब होम लोन की ब्याज दरें निचले स्तर 6.35% पर थीं, तब कर्ज में केवल 5.5% की वृद्धि हुई थी। लेकिन कर्ज पर ब्याज 9% के ऊपर है तो इसमें वृद्धि 17% की है।भारी भरकम कर्ज की मांग पूरा करने के लिए जमा पर ज्यादा ब्याज देना ही होगा। 21 अक्टूबर के हफ्ते में जमा 172.03 लाख करोड़ रुपये पर था। सिंतबर, 2020 से देखें तो इसमें 30 लाख करोड़ की बढ़त आई है। उस समय जमा 142.63 लाख करोड़ था।

वकालत के पेशे की सेवा में कमी होने पर नहीं खटखटा सकते उपभोक्ता फोरम का दरवाजा     |     नहीं पेश हुए कंपनी के वकील, मप्र हाईकोर्ट ने लगाया नेशनल इंश्योरेंस कंपनी पर 25 हजार का जुर्माना     |     ठगी का नया तरीका, नकली थाने से वारदात, कोलकाता से आए इंजीनियर के खाते से ढाई लाख रुपये उड़ाए, ऐसे रहिये सतर्क     |     पारिवारिक विवाद में भाई ने की भाई की हत्या, सीने में घोंपा चाकू, आरोपी गिरफ्तार     |     इंदौर में शनिवार रहा सीजन का सबसे गर्म दिन, 41.3 डिग्री रहा तापमान, आगे ऐसे रहेंगे हालात     |     नदी में अवैध खनन के दौरान निकली एक हजार साल पुरानी जैन प्रतिमा, समाज के सुपुर्द की, पूजा-पाठ का दौर शुरू     |     देवास में गोवध का मामला, मांस की तस्करी के पहले पकड़ाया तस्कर, लोगों ने की पिटाई     |     कपड़े की दुकान में लगी भीषण आग, गंजीपुरा इलाके में मची अफरातफरी     |     महाकाल भस्म आरती के लिए 1500 रुपये की मांग, महिला ने पुरोहित का ऑडियो रिकॉर्ड कर कलेक्टर से की शिकायत     |     6 जून को जबलपुर में नो फ्लाइंग डे, विमानों की कमी के खिलाफ कई पैसेंजर ने यात्रा निरस्त की     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें