औरैया: शव रखकर जाम लगाते किसान के परिवार व गांव के लोग।औरैया में फफूंद थाना क्षेत्र के गांव कुठर्रा में सोमवार की सुबह एक किसान का शव मिला था। मामले में मृतक के पिता ने हत्या का मुकदमा लिखने को तहरीर दी। पुलिस हत्या की जगह इसे हादसा बताकर मृतक के परिजनों को ही धमकाने लगी। इससे परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और फफूंद-दिबियापुर रोड पर बैसुंधरा गांव के पास सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।इस बीच एक दरोगा फिर धमकाने लगा और शव छीनने लगा तो गुस्साई महिलाओं ने उस दरोगा को खदेड़ दिया। महिलाएं उसे खदेड़कर गांव के बाहर तक ले गईं। परिजनों का आरोप है कि थानाध्यक्ष फफूंद आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहा है। हम लोगों को उल्टा धमका रहा है।एएसपी ने गिरफ्तारी का दिया आश्वासनएएसपी शिष्य पाल सीओ सुरेन्द्र नाथ व भारी पुलिस बल पहुंच गया। एएसपी ने जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया और गिरफ्तारी को टीम गठित की। करीब एक घण्टे बाद जाम खुल सका।अब जानिये क्या है पूरा मामलागांव कुठर्रा निवासी 44 वर्षीय किसान राजकुमार उर्फ छुन्नू रविवार रात डीजल लेने दिबियापुर गए थे। सोमवार की सुबह उनका शव बैसुंधरा और दूल्हा राय का पुरवा के बंबे पर मिला था। परिजनों ने शव देखकर रंजिश में हत्या का आरोप लगाया।किसान का शव लेकर जाम लगाने जाते गांव के लोग।परिवार ने दी थी नामजद तहरीरपिता की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही नरेश कठेरिया व उसके पुत्र धर्मेंद्र उर्फ डीपी और गुलशन व उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। शाम को शव गांव वापस आने के बाद स्वजनों ने अंतिम संस्कार नहीं किया और पुलिस से हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।थाना प्रभारी पर आरोपियों को बचाने का आरोपमंगलवार की सुबह स्वजनों का सब्र छलक उठा और उन्होंने शव को बैसुंधरा बंबा पर रखकर जाम लगा दिया। स्वजनों का आरोप था कि फफूंद प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार पांडेय राजनीतिक दबाब में हत्यारों को बचा रहे हैं।
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