मुंबई। भारत के प्रमुख फिनटेक प्लेटफॉर्म भारतपे ने कहा कि उसने अपने पूर्व सह संस्थापक और प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर उनकी पत्नी माधुरी ग्रोवर और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ कंपनी के धन की भारी हेराफेरी को लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू की है। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने ग्रोवर्स को 18 प्रतिशत ब्याज के साथ 88.6 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा है जिसे उन्होंने फर्जी बिल बनाने वेंडर भुगतान और व्यक्तिगत उपयोग जैसे विभिन्न तरीकों से ठग लिया।
कंपनी के प्रवक्ता ने बताया अशनीर ग्रोवर माधुरी ग्रोवर और उनके परिवार के अन्य जुड़े पक्षों के खिलाफ विभिन्न दावों के लिए दीवानी और आपराधिक कार्रवाई शुरू की है जिसमें कंपनी के धन की हेराफेरी भी शामिल है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा हमें अदालतों और अधिकारियों पर पूरा भरोसा है और भरोसा है कि न्याय होगा। चूंकि मामला अदालत में विचाराधीन है इसकारण हमारे पास इस समय कोई टिप्पणी करने के लिए नहीं है।
जबकि नई दिल्ली में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के साथ आपराधिक मामला दायर किया गया है दिल्ली उच्च न्यायालय वर्तमान में दीवानी मामले की सुनवाई कर रहा है जहां कंपनी ने ग्रोवर्स को कंपनी के फंड को चुकाने के लिए कहा है जिसे उन्होंने विभिन्न माध्यमों से कथित रूप से गलत तरीके से गबन किया है। भारतपे मुकदमे में अन्य पक्ष दीपक जगदीशराम गुप्ता हैं जो माधुरी जैन के बहनोई हैं और व्यवस्थापक प्रमुख के रूप में काम करते हैं और माधुरी जैन को रिपोर्ट करते हैं।