लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों दरोगा को घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। जैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ावह गिड़गिड़ाने लगा। उसने कहा मेरी छोटी बच्ची है। घर में बीमार पिता है। आगे से गलती नहीं करूंगा मुझे छोड़ दें।
30000 का वेतन जारी करने के लिए 11000 रूपये की रिश्वत मांगने वाला यह घूसखोर दरोगा और नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार की स्थिति को बताता है। सरकार एक और दावा करती है कि भ्रष्टाचार खत्म हो गया। वहीं कर्मचारी किस तरीके से रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार कर रहे हैं।