उपाय: आज रविवार के दिन सूर्यदेव की करें आरती, सूर्यदेव होंगे प्रसन्न

सभी जानते हैं कि सप्ताह के सातों दिन भगवान की पूजा के लिए बहुत महत्व रखते है और सभी भगवानों की पूजा करने से भगवान का आशीर्वाद हम पर बना रहता है। सभी जानते हैं कि रविवार का दिन सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्व है। रविवार के दिन सभी सूर्यदेव की विधिवत रुप से पूजा करते हैं, जिससे सूर्यदेव अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। हिंदू धर्म में सूर्य की पूजा की परंपरा काफी पुरानी है। सप्ताह के प्रत्येक वार का काल सूर्योदय से अगले सूर्योदय तक रहता है।
रविवार की आरती-
कहुँ लगि आरती दास करेंगे, सकल जगत जाकि जोति विराजे ।। टेक
सात समुद्र जाके चरण बसे, कहा भयो जल कुम्भ भरे हो राम ।
कोटि भानु जाके नख की शोभा, कहा भयो मन्दिर दीप धरे हो राम ।
भार उठारह रोमावलि जाके, कहा भयो शिर पुष्प धरे हो राम ।
छप्पन भोग जाके नितप्रति लागे, कहा भयो नैवेघ धरे हो राम ।
अमित कोटि जाके बाजा बाजे, कहा भयो झनकार करे हो राम ।
चार वेद जाके मुख की शोभा, कहा भयो ब्रहम वेद पढ़े हो राम ।
शिव सनकादिक आदि ब्रहमादिक, नारद मुनि जाको ध्यान धरें हो राम ।
हिम मंदार जाको पवन झकेरिं, कहा भयो शिर चँवर ढुरे हो राम ।
लख चौरासी बन्दे छुड़ाये, केवल हरियश नामदेव गाये ।। हो रामा ।