छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने रविवार को नशीली दवाओं के कारोबार का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 9600 टैबलेट बरामद किए हैं। आरोपी ये टैबलेट ऑनलाइन ऑर्डर कर कोरियर से मंगवाते थे। पकड़े गए आरोपियों में एक वेटनरी डॉक्टर भी शामिल है। जब्त दवाओं की कीमत करीब 70 हजार रुपये आंकी गई है। मामला भिलाई नगर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली की नशीली दवाई बेचने की फिराक में ओवर ब्रिज के गार्डन के पास एक स्विफ्ट कार और बाइक पर कुछ लड़के खड़े हैं। इस पर पुलिस ने घेराबंदी की और लड़कों को हिरासत में ले लिया। तलाशी और पूछताछ के दौरान लड़कों के पास से नशीली दवाएं बरामद की गईं। पुलिस को कार से एक बैग भी मिला है। उसमें से भी भारी मात्रा में प्रतिबंधित टैबलेट के डिब्बे बरामद हुए हैं।
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि आरोपी बिहार से ऑनलाइन ऑडर के जरिए नशीली दवा मंगाकर प्लांट में कर्मचारी व अन्य लोगों को दोगुनी कीमत पर बेचते थे। पकड़े गए आरोपी में शैलेष शर्मा वेटनरी डाक्टर है। वहीं अंकुश कुमार पूर्व में दो बार NDPS की सजा काट चुका है। अंकुश एक माह पहले ही जेल से बाहर आया था और मोनू सरदार जी डीपीएस स्कूल में बस ड्राइवर है, जो पिछले कई वर्षो से इस कार्य में संलिप्त रहा है।