भोपाल। आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने कहा है कि प्राचीन यूनानी चिकित्सा पद्धति में निरंतर शोध किये जाने की आवश्यकता है। नवीन शोध से ही रोगियों का बेहतर इलाज किया जा सकता है। राज्य मंत्री कावरे मंगलवार को भोपाल के हकीम सैयद जियाउल हसन शासकीय (स्वशासी) यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय की साधारण सभा को संबोधित कर रहे थे। बैठक में आयुक्त आयुष श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर भी मौजूद थीं।
प्राचार्य डॉ. मेहमूदा बेगम ने बताया कि पंडित खुशीलाल आयुर्वेद संस्थान परिसर में शासकीय यूनानी चिकित्सालय महाविद्यालय के पास लगभग 5.25 करोड़ रूपये की लागत से कन्या छात्रावास का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, प्रयास किया जा रहा है कि छात्रावास 1 जुलाई 23 से प्रारंभ हो जाय। बताया गया कि यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय में इस वर्ष से पीजी कोर्स प्रारंभ हो गये हैं। अब महाविद्यालय में नवीन शोध कार्य में तेजी आयेगी। प्रदेश में यूनानी पद्धति का एक सरकारी कॉलेज और तीन महाविद्यालय प्राइवेट सेक्टर में संचालित हो रहे हैं। बैठक में राज्य मंत्री कावरे ने महाविद्यालय में विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए खेल-कूद और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिये। उन्होंने बजट की समीक्षा की और प्राप्त राशि का शत-प्रतिशत उपयोग करने के लिए कहा। आयुष आयुक्त श्रीमती वायंगणकर ने कॉलेज और निर्माणाधीन हॉस्टल में अग्निशमन की पर्याप्त व्यवस्था रखे जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को स्व-रोजगार के अवसर जुटाने के लिए ठोस प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाय। बैठक में महाविद्यालय की वार्षिक गतिविधियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया।