हरियाणा में शुक्रवार से मौसम में परिवर्तन होने जा रहा है। इसके कारण प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से झमाझम वर्षा हो सकती है। इसको लेकर मौसम विभाग ने आरेंज अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान के साथ लगते जिलों के अलावा जीटी रोड बेल्ट के जिलों में वर्षा की संभावना है। इसके अलावा तेज गति से हवा चल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो गेहूं व सरसों दोनों फसलों को नुकसान होगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार नया पश्चिमी विक्षोभ असर करेगा। इससे हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में वर्षा की गतिविधि बढ़ेगी। प्रदेश के कई जिलों में वर्षा हो सकती है।
किसानों को दी सलाह
वहीं हवा भी 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। मौसम विभाग ने किसानों को फसल में सिंचाई न करने की सलाह दी है।
मार्च में सामान्य से दोगुना ज्यादा वर्षा
मार्च महीने में पश्चिमी विक्षोभ ने हरियाणा में असर दिखाया है। इसके कारण प्रदेश में मार्च माह में औसत से दोगुना वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश में मार्च माह में 12.3 एमएम वर्षा होनी चाहिए मगर इस बार अभी तक 24.2 एमएम वर्षा हुई है। सबसे अधिक चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र, झज्जर और सोनीपत में वर्षा देखने को मिली है। वहीं भिवानी, हिसार और फतेहाबाद में सामान्य से कम वर्षा हुई है।