फरीदाबाद। दहेज में बीएमडब्ल्यू कार की मांग पूरी न होने पर दुल्हन को गोवा एयरपोर्ट पर छोड़कर भागने वाले आरोपित को अदालत ने अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया है। हिसार के रहने वाले आरोपित अबीर कार्तिकेय ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमृत सिंह की अदालत में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी।
उसके खिलाफ सात अप्रैल को सेक्टर-नौ की रहने वाली पेशे से डॉक्टर (एमडी) युवती की शिकायत पर सेक्टर आठ थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। दर्ज मुकदमे के अनुसार, आरोपित से युवती की पहचान मेट्रीमोनियल साइट पर हुई थी।
पीड़ित युवती ने पुलिस को बताया था कि पिता ने मेट्रीमोनियल साइट पर उनका बायोडाटा डाला हुआ था। इसे देखकर हिसार के रहने वाले अबीर कार्तिकेय गुप्ता के परिवार वालों ने पीड़िता के पिता से बात की। अबीर के माता-पिता आभा गुप्ता और अरविंद गुप्ता भी डाक्टर हैं। हिसार में उनका अपना अस्पताल है। उन्होंने बताया कि अबीर नेपाल की यूनिवर्सिटी से डाक्टरी की पढाई कर रहा है।
रखी 25 लाख रुपये की मांग
बात आगे बढ़ी और रिश्ता होने के बाद 26 जनवरी 2023 को शादी की तारीख तय हो गई। आरोप है कि शादी से ठीक पहले अबीर के माता-पिता ने 25 लाख रुपये की मांग रख दी।
पीड़िता के पिता ने उनकी यह मांग पूरी कर दी। इसके बाद दूल्हे ने लड़कीवालों के खर्चे पर गोवा के एक महंगे होटल में शादी के फेरे करवाए थे। आरोप है कि फेरे होने के बाद अबीर के माता-पिता ने बीएमडब्ल्यू कार की मांग रख दी। उन्होंने कहा कि वे दुल्हन को तभी साथ लेकर जाएंगे जब यह मांग पूरी होगी।
पीड़िता के पिता ने किसी तरह हाथ जोड़कर बेटी की विदाई की। गोवा एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चैकिंग के बाद पीड़ित युवती को अकेली बैठी छोड़कर अबीर थोड़ी देर में आने की बात कहकर निकल गया। इसके बाद उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया।