उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में यमुना किनारे बने तालाब में नहाने के दौरान तीन किशोर डूब गए। इत्तेफाक से घटना स्थल के पास थाना प्रभारी एक हत्या के केस की जांच के लिए मौजूद थे। खबर मिली तो तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई।
गोताखोर की मदद से तीनों किशोरों को पानी से बाहर निकाल लिया गया। उन्हें पुलिस की गाड़ी में डालकर नजदीकी जग प्रवेश चंद अस्पताल ले जाया गया, जहां तीनों को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक की शिनाख्त हिमांशु (12) सन्नी (14) और कृष्णा (13) के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल की मोर्चरी भेज दिया है। जिला पुलिस उपायुक्त डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि तीनों किशोर अपने परिवार के साथ शाहदरा स्थित भगवानपुर खेड़ा इलाके में रहते थे।
हिमांशु छठी कक्षा का छात्र था। इसके परिवार में पिता गोवर्धन, दो भाई सूर्या, जयकुमार व अन्य सदस्य हैं। इसके पिता छोटा-मोटा काम करते हैं। वहीं, सन्नी के परिवार में मां दुर्गा देवी और एक बड़ा व छोटा भाई है। कृष्णा के परिवार में माता-पिता व अन्य लोग हैं। तीनों लड़के अपने एक अन्य दोस्त के साथ परिजनों को बिना बताए घर से निकल गए। तीनों घूमते हुए यमुना खादर इलाके में पहुंचे थे।
चौथा किशोर न नहाने की वजह से बचा
सभी दोस्त यमुना किनारे बने तालाब के पास पहुंचे। हिमांशु, सन्नी और कृष्णा नहाने के लिए तालाब में उतर गए। चौथा दोस्त नहाने नहीं गया। पानी में उतरे तीनों लड़के गहरे पानी में चले गए। किसी को भी तैरना नहीं आता था। देखते ही देखते वे डूब गए। चौथे लड़के ने शोर मचाया तो एक व्यक्ति वहां आ गया।