देश में खुलेआम हो रहा अवैध रेत का खनन, रेत माफिया नदियों का सीना कर रहे छलनी: कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप
छत्तीसगढ़ की लगभग सभी नदियों में बेरोकटोक रेत का अवैध खनन जारी है। अवैध रेत उत्खनन को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि प्रदेश में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। रेत माफिया अपने सुविधानुसार नदियों से रेत निकाल रहे हैं, जिससे नदियों का स्वरूप बिगड़ता जा रहा है। इतना ही नहीं, इसकी वजह से खतरा भी बढ़ गया है। बीते दिन जशपुर जिले में नदी में हुए गड्ढे में दो बच्चियों की डूबने से मौत हो गई। उन्होंने कहा कि नेताओं के संरक्षण में खुलेआम हो रहे रेत उत्खनन पर राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
रेत माफियाओं को प्रशासन और खनिज विभाग ने खुली छूट दे रखी है। यही वजह है कि रेत माफिया नदियों का सीना चीरकर अवैध उत्खनन कर रहे हैं। बिना रायल्टी के रेत बेचकर शासन को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। लेकिन खनिज उड़नदस्ता के द्वारा कभी कभार परिवहन में लगे वाहनों को जब्त कर कार्रवाई की औपचारिकता निभाई जाती है। जबकि रेत घाटों में उत्खनन में लगे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि रेत उत्खनन खनिज विभाग के अधिकारियों के सह पर हो रहा है। अधिकारियों द्वारा कार्रवाई को लेकर दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। अवैध खनन करने वाले माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने में अधिकारियों के हाथ कांप रहे हैं।
कोमल हुपेंडी ने कहा कि खनन से सरकार के राजस्व का घाटा तो हो ही रहा है, लोगों की जान भी जा रहा है. ऐसे खनन माफियाओं पर शासन-प्रशासन मौन क्यों है? प्रदेश में अधिकारी, नेताओं और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत अवैध रेत का कारोबार जमकर फलफूल रहा है। प्रशासन की उदासीनता के चलते रेत माफिया के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। शासन-प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही हैं। उन्होंने भूपेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द अवैध रेत खनन पर रोक लगना चाहिए और माफियाओं से तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।