खरगोन। अवैध हथियारों का गढ़ बन चुके सिगनुर सहित जिले के अन्य गांवों में बसे सिगलीगर परिवारों को हथियार निर्माण छोड़ मुख्य धारा से जोड़ने के पुलिस और प्रशासन के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे है। शायद यही कारण है कि लोकसभा चुनावों के बीच भी भारी मात्रा में न केवल हथियार निर्माण किए जा रहे है। बल्कि बेचे भी जा रहे है। ऐसे ही एक बड़े सौदे का पुलिस ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर खुलासा किया है।
हरियाणा और पंजाब से जिले में अवैध हथियार खरीदने आए बदमाशों को सिगनुर में सिकलीगर युवक से सौदा करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। इनसे 24 पिस्टलें बरामद की गई है। मामले का खुलासा करते हुए एसपी धर्मराज मीना ने बताया कि अवैध हथियार निर्माण सहित खरीद-फरोख्त का नेटवर्क चिह्नित कर उसे धवस्त करने के लिए पुलिस लगातार निगरानी रख रही है।
रविवार को मुखबिर से अवैध हथियारों के बड़े सौदे की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर पुलिस टीम ने सिगनूर स्थित पानी की टंकी के पास छिपकर नजर रखी गई। तीनों जब हथियारों की लेन-देन करने लगे पुलिस ने दबिश दी और दोनों को पकड़ लिया, जबकि रमेश सिकलीगर मौके झोला फेंक कर भाग निकला। पुलिस द्वारा फरार आरोपित की तलाश की जा रही है।
साथ ही अवैध हथियारों के निर्माण और बिक्री पर रोक के लिए प्रयास कर रही है। कार्यवाही में राकेश आर्य, दिनेश सोलंकी, धर्मेन्द्र यादव, शक्ति सिकरवार, भोला प्रसाद, दिनेश मण्डलोई, राजेन्द्र, फारुख, राहुल समुद्र, राजेश जायसवाल, सुधामनिया, नियन्त्र यादव, अनिल बामनिया, राहुल, सुधीर, धर्मेन्द्र यादव, हरीश यादव एवं सायबर सेल टीम खरगोन का विशेष योगदान रहा।
आरोपियों का खंगाला जा रहा रिकार्ड
पुलिस टीम मौके से गुरमीत सिंह पुत्र बलदेव उर्फ निक्क्रासिंह निवासी कोर्ट का पुरा भटिण्डा पंजाब व विक्रम पुत्र महेन्द्र निवासी मुड खेडा बलाक आदमपुर जिला हिसार हरियाणा का गिरफ्तार किया। दोनों आरोपितों की कमर से एक- एक व झोले से 22 अवैध पिस्टल बरामद की गई। जिनकी कीमत चार लाख 70 हजार रुपये आंकी गई है। गुरमीत पर पूर्व से पंजाब में मामला दर्ज है, दोनों का अपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। आरोपियों के बैंक खाते व हरियाणा व पंजाब में अवैध फायर आम्र्स के संबंध में पूछताछ की जा रही है।