मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजगढ़ लोकसभा से कांग्रेस की उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने अपनी पत्नी के साथ भोपाल में मतदान किया। इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ की घटना को लेकर EVM पर निशाना साधा। दरअसल राजगढ के एक मतदान केंद्र पर सिर्फ 11 वोट डाले गए लेकिन EVM में 50 वोट दिख रहे थे। इसपर दिग्विजय ने कहा कि यही तो EVM का चमत्कार है। वहीं मतदान पर दिग्विजय ने कहा कि जनता मोदी की जनविरोधी नीतियों कें खिलाफ वोट कर रही है। मतदान के पहले दिग्विजय अपनी पत्नी अम्रता सिंह के साथ हनुमान मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने हनुमान जी की पूजा अर्चना की। मतदान के बाद दिग्विजय सिंह जय बजरंगबली के नारे लगाते भी नज़र आये।
बता दें कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह राजगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी है। उन्होंने एक पोलिंग बूथ का जिक्र करते हुए कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। जहां सिर्फ 11 वोट डाले गए लेकिन EVM में 50 वोट दिख रहे थे। उन्होंने भाजपा को निशाने पर लिया और गड़बड़ी को लेकर EVM का चमत्कार बताया है और कहा कि वोटिंग में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता पंकज यादव को थाने में बैठाया जाता है लेकिन बीजेपी के आपराधिक किस्म के लोगों को खुला छोड़ दिया जाता है
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथ के 100 मीटर के दायरे से दूर रखा गया है लेकिन बीजेपी कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथ के 100 मीटर के अंदर भगवान राम के पोस्टर-बैनर के साथ जाने दिया जा रहा है। जाहिर है कि पूरा प्रशासन बीजेपी के हित में काम करता हुआ दिख रहा है।
आज मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 29 लोकसभा सीट में से 9 पर मतदान जारी है। मतदान शाम छह बजे तक जारी रहेगा। प्रदेश की 9 हॉट सीट जिसमें ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल पर वोटिंग हो रही है। इस चुनाव में कई दिग्गजों सिंधिया, दिग्विजय सिंह, शिवराज सिंह चौहान की साख दाव पर लगी है। बता दें कि मध्य प्रदेश में मतदान के लिए बनाए गए कुल 20,456 केंद्रों में से 1,043 का प्रबंधन महिला कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। तीसरे चरण के लिए नौ महिलाओं समेत कुल 127 उम्मीदवार मैदान में हैं। भोपाल में सबसे ज्यादा 22 उम्मीदवार हैं, जबकि भिंड में सबसे कम सात उम्मीदवार हैं। प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिग्विजय सिंह शामिल हैं।
कुल मिलाकर 1.77 करोड़ मतदाता मुरैना, भिंड (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित), ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) सीट से चुनाव लड़ रहे 127 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। बैतूल (एसटी के लिए सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र में मतदान पहले 26 अप्रैल को होना था, लेकिन एक उम्मीदवार के निधन के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।