ब्रेकिंग
सफारी का ले रहे थे मजा, रास्ते को ब्लॉक कर बाघ और उसके बच्चों का लेने लगे फोटो; वनकर्मियों पर होग गई... 150 ऑटो की जांच, 700 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज…ओडिशा की महिला से गैंगरेप, पुलिस ने कैसे आरोपियों को द... 32 दिन में गंवाए 71 लाख… एक महीने तक BSF इंस्पेक्टर रहा डिजिटल अरेस्ट; हैरान कर देगी कहानी Google से लेकर Facebook तक सबकी आएगी शामत, इनके हाथ से निकलने वाली है ‘पैसा छापने की मशीन’ बच्चों को चपेट में ले रहे HMP वायरस ने बढ़ाई टेंशन, देश के 5 राज्यों में आए केस, जारी हुई ये एडवाइजर... भूकंप से तिब्बत में तबाही, 53 लोगों की मौत-62 घायल, नेपाल हिला, भारत में भी असर पर्दाफाश… युजवेंद्र चहल की हालत देख धवन ने धनश्री से किया ये सवाल, उस दिन हुआ क्या था? आपकी प्राइवेसी से हो सकता है खिलवाड़, अगर WhatsApp जीत गई ये मुकदमा! वैकुंठ एकादशी व्रत क्यों रखा जाता है? जानें इसका धार्मिक महत्व एक्टर के प्यार में धोखा खाया, फिर की पाकिस्तानी क्रिकेटर से शादी, अब रीना रॉय जी रहीं ऐसी जिंदगी

छोटे बच्चों को ही क्यों शिकार बना रहा ये वायरस, एक्सपर्ट से जानें

चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक नया खतरा बन रहा है. इस वायरस को कोविड जैसा बताया जा रहा है. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वायरस से चीन में इमरजेंसी जैसे हालात हैं. चीन सीडीसी का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के लक्षण लगभग कोरोना जैसे ही हैं. इससे बच्चे बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं. ये वायरस कुछ बच्चों में निमोनिया भी कर सकता है. ऐसे में उनको अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ सकती है. इस बीच बड़ा सवाल है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस बच्चों पर ज्यादा असर क्यों कर रहा है. इस बारे में जानते हैं.

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) एक वायरस है जिसके लक्षण खांसी-जुकाम जैसे होते हैं. हालांकि ये वायरस कभी-कभी निमोनिया का कारण बनता है. ये कुछ मामलों में बच्चों में होने वाली आम बीमारी आरएसवी इंफेक्शन जैसा ही होता है. आरएसवी भी बच्चों को ही अधिक संक्रमित करता है. इससे ब्रोंकियोलाइटिस हो सकता है. जिससे छोटे बच्चों में सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. कुछ मामलों में लंग्स में गंभीर इंफेक्शन हो सकता है, हालांकि ऐसा कुछ बच्चों के साथ ही होता है. सभी बच्चों में ये वायरस घातक नहीं होता है.

एचएमपीवी छोटे बच्चों को संक्रमित क्यों करता है?

एम्स में पीडियाट्रिक विभाग में डॉ राकेश कुमार बताते हैं कि इस वायरस के अधिकतर मामले 5 साल से छोटे बच्चों में रिपोर्ट किए जाते हैं. छोटे बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी पूरी तरह से विकसित नहीं होती है, जिससे उन्हें किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा अधिक होता है. चूंकि एचएमपीवी एक रेस्पिरेटरी वायरस है तो यह हवा के जरिए बच्चों के फेफड़ों में जाता है और उनको आसानी से संक्रमित कर देता है.

सफारी का ले रहे थे मजा, रास्ते को ब्लॉक कर बाघ और उसके बच्चों का लेने लगे फोटो; वनकर्मियों पर होग गई बड़ी कार्रवाई?     |     150 ऑटो की जांच, 700 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज…ओडिशा की महिला से गैंगरेप, पुलिस ने कैसे आरोपियों को दबोचा?     |     32 दिन में गंवाए 71 लाख… एक महीने तक BSF इंस्पेक्टर रहा डिजिटल अरेस्ट; हैरान कर देगी कहानी     |     Google से लेकर Facebook तक सबकी आएगी शामत, इनके हाथ से निकलने वाली है ‘पैसा छापने की मशीन’     |     बच्चों को चपेट में ले रहे HMP वायरस ने बढ़ाई टेंशन, देश के 5 राज्यों में आए केस, जारी हुई ये एडवाइजरी     |     भूकंप से तिब्बत में तबाही, 53 लोगों की मौत-62 घायल, नेपाल हिला, भारत में भी असर     |     पर्दाफाश… युजवेंद्र चहल की हालत देख धवन ने धनश्री से किया ये सवाल, उस दिन हुआ क्या था?     |     आपकी प्राइवेसी से हो सकता है खिलवाड़, अगर WhatsApp जीत गई ये मुकदमा!     |     वैकुंठ एकादशी व्रत क्यों रखा जाता है? जानें इसका धार्मिक महत्व     |     एक्टर के प्यार में धोखा खाया, फिर की पाकिस्तानी क्रिकेटर से शादी, अब रीना रॉय जी रहीं ऐसी जिंदगी     |