ब्रेकिंग
दिल्ली में BJP को झटका, मंदिर प्रकोष्ठ के कई संत AAP में शामिल, केजरीवाल बोले- मैं खुद को बहुत सौभाग... ओडिशा: EMI का पैसा मांगा तो गुस्से में लाल हुआ शख्स, चढ़ा दी कार…कुचलकर 1 की मौत दीदी, आपने मेरा हमेशा साथ दिया है… ममता बनर्जी के समर्थन पर बोले अरविंद केजरीवाल बाहर से कबाड़ी का गोदाम, अंदर 100 मीटर लंबी सुरंग, CCTV का जाल… लूटेरे इंडियन ऑयल के पाइप से ऐसे निक... अलीगढ़: ये मकान बिकाऊ है… प्रधान की दबंगई से परेशान वैश्य समाज के लोग, पलायन को मजबूर ये है ‘गंजों’ वाला गांव, 3 दिन में झड़ जाते हैं सिर के बाल; कौन सा वायरस फैला रहा दहशत? अतुल सुभाष की मां को मिल सकती है पोते की कस्टडी, सुप्रीम कोर्ट ने बताया विकल्प क्या दिल्ली चुनाव में 2003 वाला फैसला लेगी BJP, अब तक 2 बार ही किया ऐसा रामगढ़: बंद के आदेश के बावजूद खोला स्कूल, सड़क हादसे में 3 मासूम छात्रों की मौत… कौन जिम्मेदार? संभल मस्जिद मामला: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जिला कोर्ट में चल रहे मुकदमे पर लगाई रोक, सभी पक्षकारों से ...

Google से लेकर Facebook तक सबकी आएगी शामत, इनके हाथ से निकलने वाली है ‘पैसा छापने की मशीन’

डेटा चोरी के मामलों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं. अब सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हो या टेलीकॉम कंपिनयां सब पर लगाम कसने की पूरी तैयारी में है. सरकार के नए डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन रुल्स का असर स्टार्टअप और बड़ी टेक कंपनियों पर देखने को मिलेगा. नई शर्तों के के तहत कंपनियों को किसी भी तरह का डेटा देश से बाहर शेयर करने से पहले कमेटी से परमिशन लेनी होगी. नए रूल्स में क्या बदलाव आएंगे इसकी बारे में पूरी डिटेल्स नीचे पढ़ें.

टेलीकॉम कंपनियों को SDF का दर्जा

टेलीकॉम कंपनियों के पास कस्टमर्स का डेटा होता है. टेलीकॉम कंपनियों को SDF का दर्जा मिलेगा. टेलीकॉम कंपनियों के लिए SDF का मतलब Service Data Flow है. ये किसी कस्टमर को दी जा रही सर्विस के फ्लो को दिखाता है. इसमें किसी कॉल से जुड़े वॉयस डेटा का फ्लो, किसी वेबसाइट से स्ट्रीमिंग डेटा शामिल है.

डेटा उल्लंघन पर जवाबदेह होंगी कंपनियां

अगर किसी भी तरह का डेटा उल्लंघन होने पर कंपनियों को जवाब देना होगा. अगर यूजर के पर्सनल डेटा के साथ छेड़छाड़ की जा रही है तो सोशल मीडिया, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन को अफेक्टेड इंडिविजुअल्स को इसकी पूरी जानकारी देनी होगी.

बिग टेक कंपनियों और सोशल मीडिया कंपनियों को कुछ डेटा भारत में रखना होगा. कंपनियों को सर्वर भारत में लगाने पड़ सकते हैं. इसके अलावा स्टार्टअप कंपनियों के लिए कंप्लायंस का कॉस्ट भी बढ़ सकता है.

इंस्टीटूशन्स के लिए नई गाइडलाइन्स

डेटा कलेक्शन के परमिशन लेने के लिए डिजिटल टोकन का इस्तेमाल कंपलसरी होगा. इसके साथ कंसेंट मैनेजर्स को डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड के साथ रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा. जिसकी कम से कम नेटवर्थ 12 करोड़ रुपये होनी चाहिए.

डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटक्शन एक्ट को अगस्त 2023 में ही परमिशन दे गई थी. इन रूल्स पर फीडबैक MyGov पोर्टल के जरिए 18 फरवरी 2025 तक आने की संभावना है.

दिल्ली में BJP को झटका, मंदिर प्रकोष्ठ के कई संत AAP में शामिल, केजरीवाल बोले- मैं खुद को बहुत सौभाग्यशाली समझता हूं     |     ओडिशा: EMI का पैसा मांगा तो गुस्से में लाल हुआ शख्स, चढ़ा दी कार…कुचलकर 1 की मौत     |     दीदी, आपने मेरा हमेशा साथ दिया है… ममता बनर्जी के समर्थन पर बोले अरविंद केजरीवाल     |     बाहर से कबाड़ी का गोदाम, अंदर 100 मीटर लंबी सुरंग, CCTV का जाल… लूटेरे इंडियन ऑयल के पाइप से ऐसे निकाल रहे थे तेल     |     अलीगढ़: ये मकान बिकाऊ है… प्रधान की दबंगई से परेशान वैश्य समाज के लोग, पलायन को मजबूर     |     ये है ‘गंजों’ वाला गांव, 3 दिन में झड़ जाते हैं सिर के बाल; कौन सा वायरस फैला रहा दहशत?     |     अतुल सुभाष की मां को मिल सकती है पोते की कस्टडी, सुप्रीम कोर्ट ने बताया विकल्प     |     क्या दिल्ली चुनाव में 2003 वाला फैसला लेगी BJP, अब तक 2 बार ही किया ऐसा     |     रामगढ़: बंद के आदेश के बावजूद खोला स्कूल, सड़क हादसे में 3 मासूम छात्रों की मौत… कौन जिम्मेदार?     |     संभल मस्जिद मामला: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जिला कोर्ट में चल रहे मुकदमे पर लगाई रोक, सभी पक्षकारों से मांगा जवाब     |