Breaking
बिहार में पूर्व पार्षद विजय झा गिरफ्तार, पत्नी हिरासत में…आयकर विभाग की छापेमारी में भारी मात्रा में... फुटपाथ से 9 महीने के बच्चे को उठाकर महिला ने 58 हजार में बेचा; बच्चा चोरी गैंग का पर्दाफाश दिल्ली पुलिस झूठ फैला रही, CM आवास से DVR लेकर गई है… स्वाति मालीवाल मामले पर बोली AAP कोलकाता में कांग्रेस कार्यालय के सामने मल्लिकार्जुन खरगे की तस्वीर पर पोती गई कालिख, फिर दूध से धोया... इस दिन रिलीज होगा ‘गुल्लक’ का चौथा सीजन, ट्रेलर आया सामने ‘ICC ट्रॉफी जीतने का मौका…’ टीम इंडिया के कोच बनने को लेकर क्या बोले जस्टिन लैंगर? चुनाव के बीच इकोनॉमी के लिए अच्छी खबर, कितनी रह सकती वृद्धि दर? WhatsApp Status पर अपलोड होंगे लंबे वीडियो, सिर्फ इन लोगों को मिलेगा फायदा आज भी मौजूद है द्वापर युग का कालिया नाग, भगवान कृष्ण के श्राप से बना पत्थर गाजा में इजराइल ने फिर मचाई तबाही, एयरस्ट्राइक में 20 लोगों की ली जान

एंट्रिक्स-देवास सौदे को लेकर वित्त मंत्री का कांग्रेस पर निशाना, कहा-संसाधनों का सिर्फ दुरुपयोग किया

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कांग्रेस की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर आरोप लगाया कि उसने देवास मल्टीमीडिया को राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्य से इस्तेमाल होने वाला एस-बैंड स्पेक्ट्रम देकर ‘‘धोखाधड़ी” की और ‘‘निंदनीय” सौदा किया। उन्होंने कहा कि सरकार अब करदाताओं के पैसे बचाने के लिए हर अदालत में लड़ रही है, अन्यथा यह राशि मध्यस्थता फैसले के भुगतान में चली जाती, जो देवास ने 2005 के सौदे को रद्द करने पर जीता है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र किया
सीतारमण ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को देवास मल्टीमीडिया के परिसमापन को इस आधार पर बरकरार रखा कि इसे धोखाधड़ी के इरादे से अंजाम दिया गया था। उनकी यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब देवास के शेयरधारकों ने 1.29 अरब डॉलर की वसूली के लिए विदेशों में भारतीय संपत्तियों को जब्त करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। देवास को इस धनराशि की भरपाई का आदेश अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायाधिकरणों ने दिया था। देवास को पेरिस में भारतीय संपत्तियों को जब्त करने के लिए फ्रांसीसी अदालत ने आदेश दिया है और कंपनी कनाडा में एयर इंडिया के धन को जब्त करने की मांग भी कर रही है।

सीतारमण ने एंट्रिक्स और देवास के बीच 2005 में हुए सौदे पर कहा कि यह देश के लोगों के साथ, देश के साथ धोखाधड़ी थी। उन्होंने कहा कि एस-बैंड स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल सिर्फ रक्षा उद्देश्यों के लिए किया जाता है, और उसे थोड़े से धन के बदले दे दिया गया। वित्त मंत्री ने कहा कि देवास ने उन बातों को पूरा करने का वादा किया, जिन पर उसका अधिकार भी नहीं था।

देवास मल्टीमीडिया ने 2005 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत एस-बैंड उपग्रह स्पेक्ट्रम का उपयोग करके मोबाइल उपयोगकर्ताओं को मल्टीमीडिया सेवाएं दी जानी थीं। यह सौदा 2011 में इस आधार पर रद्द कर दिया गया कि ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम की नीलामी धोखाधड़ी में हुई थी और सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और अन्य सामाजिक उद्देश्यों के लिए एस-बैंड उपग्रह स्पेक्ट्रम की जरूरत थी। इसके बाद देवास मल्टीमीडिया ने इंटरनेशनल चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) में फैसले के खिलाफ मध्यस्थता कार्रवाई शुरू की।

इसके अलावा देवास के निवेशकों द्वारा दो अन्य मध्यस्थता कार्रवाई भी शुरू की गईं। भारत को तीनों मामलों में हार का सामना करना पड़ा और नुकसान की भरपाई के लिए कुल 1.29 अरब डॉलर का भुगतान करने को कहा गया। सीतारमण ने कहा कि उनकी सरकार करदाताओं के पैसे बचाने के लिए सभी अदालतों में लड़ रही है।

बिहार में पूर्व पार्षद विजय झा गिरफ्तार, पत्नी हिरासत में…आयकर विभाग की छापेमारी में भारी मात्रा में कैश-गोल्ड जब्त     |     फुटपाथ से 9 महीने के बच्चे को उठाकर महिला ने 58 हजार में बेचा; बच्चा चोरी गैंग का पर्दाफाश     |     दिल्ली पुलिस झूठ फैला रही, CM आवास से DVR लेकर गई है… स्वाति मालीवाल मामले पर बोली AAP     |     कोलकाता में कांग्रेस कार्यालय के सामने मल्लिकार्जुन खरगे की तस्वीर पर पोती गई कालिख, फिर दूध से धोया गया पोस्टर     |     इस दिन रिलीज होगा ‘गुल्लक’ का चौथा सीजन, ट्रेलर आया सामने     |     ‘ICC ट्रॉफी जीतने का मौका…’ टीम इंडिया के कोच बनने को लेकर क्या बोले जस्टिन लैंगर?     |     चुनाव के बीच इकोनॉमी के लिए अच्छी खबर, कितनी रह सकती वृद्धि दर?     |     WhatsApp Status पर अपलोड होंगे लंबे वीडियो, सिर्फ इन लोगों को मिलेगा फायदा     |     आज भी मौजूद है द्वापर युग का कालिया नाग, भगवान कृष्ण के श्राप से बना पत्थर     |     गाजा में इजराइल ने फिर मचाई तबाही, एयरस्ट्राइक में 20 लोगों की ली जान     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें