ब्रेकिंग
चिया या फ्लैक्स सीड्स, वजन घटाने के लिए दोनों में से क्या है ज्यादा फायदेमंद? जम्मू से कैसे लौटें घर? बारिश-भूस्खलन से तबाही के बाद 58 ट्रेनें रद्द, हजारों यात्री फंसे, फ्लाइट का... घर पर चोरी करने आया चड्डी गैंग, USA में बैठी बेटी को लग गई भनक, वहीं से चोरों का कैसे प्लान किया फेल... 16 साल की लड़की बेडरूम में प्रेमी संग थी अकेली, तभी आ गया छोटा भाई… देखते ही बौखलाई, कर डाला ये कांड दिल्ली: गणपति पंडाल के पीछे हुआ हत्याकांड, युवक की चाकू मारकर की हत्या हरिद्वार तक होगा गंगा एक्सप्रेस-वे का विस्तार, 150KM लंबाई बढ़ेगी, चार धाम की यात्रा होगी आसान… जाने... बारिश-भूस्खलन से 5 राज्यों में तबाही! जम्मू-कश्मीर में 41 की मौत, हिमाचल में 584 सड़कें बंद, पंजाब म... खतरे के निशान के ऊपर बह रही यमुना, दिल्ली वालों के लिए अगले 48 घंटे अहम… इन इलाकों में बाढ़ का खतरा महाराष्ट्र: विरार में 4 मंजिला इमारत का हिस्सा गिरा…अब तक 15 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी जम्मू-कश्मीर: सेना ने LoC पर घुसपैठ की कोशिश को किया नाकाम, 2 आतंकी ढेर
देश

खैरताबाद में श्री विश्वशांति महाशक्ति गणपति का भव्य रूप पूर्ण, चतुर्थी पर होंगे विशेष दर्शन

हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के खैरताबाद क्षेत्र में विराजमान श्री विश्वशांति महाशक्ति गणपति अब पूर्ण रूप ले चुके हैं. हर वर्ष की तरह इस बार भी गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है, जो इस बार भक्तों के लिए और भी विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

मूर्ति निर्माण का अंतिम चरण, यानी नेत्र स्थापना, सोमवार सुबह पूरे विधिविधान के साथ सम्पन्न हुआ. मुख्य मूर्तिकार चिन्नास्वामी राजेंद्रन और उनकी टीम ने लगभग तीन महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस भव्य मूर्ति को तैयार किया. नेत्र स्थापना के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिन्होंने इस दिव्य क्षण को कैमरे में कैद किया और ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया.

आगमन उत्सव में उमड़ा जनसैलाब
सोमवार शाम को गणपति के आगमन के उपलक्ष्य में मंडपम में भव्य आगमन समारोह आयोजित किया गया. स्थानीय युवाओं द्वारा शानदार आतिशबाजी, पारंपरिक बैंड, लोकनृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की गईं. भक्ति संगीत कार्यक्रमों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया. पूरा मंडपम क्षेत्र भक्ति, उल्लास और ऊर्जा से सराबोर हो गया.

गणेश चतुर्थी की तिथि और रेशमी भेंट की परंपरा
इस वर्ष गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी. इस दिन खैरताबाद पद्मशाली संघम की ओर से भगवान महागणपति को विशेष हाथ से बुने रेशमी वस्त्र, 75 फीट लंबा जंड्यम (ध्वज), ऊनी दुपट्टा, और विशाल पुष्पमाला अर्पित की जाएगी. यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है, जिसे संघम के सदस्य पूरी श्रद्धा और प्रेम से निभाते हैं.

सोमवार को संघम के अध्यक्ष कादरी श्रीधर, मानद अध्यक्ष गुर्रम कोंडय्या, और महासचिव येले स्वामी ने इन रेशमी प्रसादों को भक्तों के सामने प्रदर्शित किया. यह प्रसाद केवल मुख्य गणपति को ही नहीं, बल्कि उनके साथ विराजमान सह-देवताओं को भी अर्पित किया जाएगा.

सुरक्षा और सुविधा के विशेष प्रबंध
त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए हैं. सैफाबाद एसीपी संजय कुमार ने बताया कि कुल 600 पुलिसकर्मी, 100 निजी सुरक्षा गार्ड, और 60 सीसीटीवी कैमरे तैनात किए जा रहे हैं. इसके अलावा, मेडिकल आपातकालीन सेवाओं के लिए एम्बुलेंस भी मंडपम के पास तैनात रहेंगी.

दर्शनार्थियों के लिए दर्शन रोज सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक खुले रहेंगे और यह व्यवस्था 4 सितंबर तक जारी रहेगी. खैरताबाद गणपति की पूजा कुछ दिन पहले से शुरू हो जाती है और हजारों की संख्या में श्रद्धालु रोजाना दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

यात्रा और ट्रैफिक के लिए सुझाव
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे ट्रैफिक की समस्या से बचने के लिए हैदराबाद मेट्रो, एमएमटीएस ट्रेन, आरटीसी बस, कैब या ऑटो का प्रयोग करें. निजी वाहनों से आने पर पार्किंग की समस्या हो सकती है.

Related Articles

Back to top button