नूडल्स खाने वाले सावधान!, जबलपुर में गंदगी में बनाए जा रहे थे नूडल्स, फैक्ट्री हुई सील

जबलपुर: चाइनीस नूडल्स बाजार के साथ ही साथ घर के खाने में भी शामिल हो गए हैं. लोग इन्हें बड़े चाव से खाते हैं. इन नूडल्स को बाजार से खरीदकर लाया जाता है, लेकिन कम ही लोगों ने यह जानने की कोशिश की होगी कि यह नूडल्स कहां और किस स्थिति में बनाये जा रहे हैं. जबलपुर के खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जब नूडल्स की फैक्ट्री पर छापा मारा, तो इतनी गंदगी थी कि फैक्ट्री को सील करना पड़ा और कारोबार बंद करवाना पड़ा.
खुली छत की फर्श पर सुखाया जा रहा था नूडल्स
जबलपुर खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र दुबे की टीम बुधवार को जबलपुर के श्री राम कॉलेज के पास दीक्षित कॉलोनी करमेता में साईं गृह उद्योग के कारखाने में पहुंची. यह छोटा सा कारखाना नूडल्स बनाता है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र दुबे ने बताया कि “यहां बहुत गंदगी से नूडल्स बनाए जा रहे थे. कारखाने में सफाई का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था. नूडल्स को खुली छत की फर्श पर सुखाया जा रहा था, जहां लोग जूते-चप्पल पहन कर घूम रहे थे.”
कारखाने को सील कर खरीद-बिक्री पर लगाया रोक
देवेंद्र दुबे ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 की धारा 31 के तहत साई गृह उद्योग के खिलाफ कार्रवाई की. इस कारखाने के पास जरूरी लाइसेंस भी नहीं था. कारखाने में मौजूद बिल वाउचर से पता लगा कि अभी तो 1 साल में इस कारखाने से लगभग 12 लाख रुपए का नूडल्स बेचा गया है. फिलहाल प्रशासन ने इस कारखाने को सील कर दिया है और खरीद बिक्री की प्रक्रिया को रोक दिया है. अधिकारियों का कहना है कि यहां पर बने दूषित नूडल्स लोगों को बीमार कर सकते हैं.
मुनाफे के चक्कर में लापरवाही
रेडीमेड खाना धीरे-धीरे समाज की जरूरत बनता जा रहा है. लोग रेडीमेड सामान पसंद करते हैं. इसका चलन बढ़ता जा रहा है. इसलिए जहां भी खाने-पीने का सामान बनाया जा रहा है, उसकी निगरानी जरूरी है. क्योंकि लोग मुनाफे के चक्कर में लापरवाही कर रहे हैं और इसका खामियाजा आम आदमी को उठाना पड़ता है. यदि आपके आसपास भी खाने-पीने की किसी सामान में कोई लापरवाही बढ़ती जा रही है तो इसकी सूचना खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जरूर दें. आपकी यह छोटी सी सूचना लोगों की जान बचा सकती है.






