लॉकडाउन फिल्म जगत से मौत की खबरों का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा…फिल्मी दुनिया के जानेमाने अनुभवी नेता बासु चटर्जी का निधन हो गया।
बासु चटर्जी का जन्म 30 जनवरी 1930 को अजमेर में हुआ था। बासु को उनकी अलग पहचान बनाने वाली फिल्मों के लिए जाना जाता है । ‘चमेली की शादी’, ‘खट्टा मीठा’, रजनीगंधा जैसी फिल्मों में उन्होंने अपना जादू बिखेरा था।
बासु चटर्जी की फिल्में मध्य वर्ग परिवारों पर आधारित होती थीं।वासु चटर्जी ने 1972 में पिया का घर…1974 में रजनीगंधा,1975 में छोटी सी बात,1978 में खट्टा मीठा,1981 में शौकीन,1986 में चमेली की शादी,1987 में ज़ेवर.1997 में गुदगुदी जैसी कई फिल्मों का निर्माण किया था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वासु दा के निधन पर शोक जताया है …अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि श्री बासु चटर्जी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. उनका काम बहुत शानदार और संवेदनशील रहा है. ये लोगों के दिलों को छू जाता है और साधारण व जटिल भावनाओं को जाहिर करता है, साथ ही ये लोगों के संघर्ष के बारे में भी बताता है. उनके परिवार और बेहिसाब फैन्स को मेरी सहानुभूति. ओम शांति.”
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है…उन्होंने लिखा है कि , “बासु चटर्जी के निधन पर मेरी सांत्वनाएं और सहानुभूति. एक शांत, मृदुभाषी, सज्जन व्यक्ति. उनकी फिल्में मध्य भारत की को परिलक्षित करती थीं. उनके साथ मैंने मंजिल में काम किया था. बहुत दुख हो रहा है. इस माहौल में उनका गाना रिमझिम गिरे सावन याद आता है ..
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी वासु दा के निधन पर शोक जताया है…उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है ..चितचोर, रजनीगंधा जैसी फिल्मों के निर्देशक श्री बासु चटर्जी जी का निधन फ़िल्मी दुनिया की बड़ी क्षति है। उन्होंने फिल्मों के अलावा दूरदर्शन का लोकप्रिय पॉपुलर टीवी शो ब्योमकेश बख्शी भी निर्देशित किया था।
वासु दा की फिल्मों और धारावाहिकों में नाटकीयता की जगह कमाल की सहजता दिखती थी…..पारिवारिक फिल्मों के फिल्मकार बासु चटर्जी के निधन से बॉलीवुड को झटका लगा है। रजनीश झा