ब्रेकिंग
छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को दीपावली गिफ्ट, 17-18 अक्टूबर को वेतन, दैनिक वेतनभोगियों को भी भुगतान जैसलमेर हादसा: 'मानक ताक पर रखकर बनी थी बस', जांच कमेटी ने माना- इमरजेंसी गेट के सामने लगाई गई थी सी... 'कांतारा चैप्टर 1' ने किया गर्दा! 15 दिन में वर्ल्डवाइड ₹679 करोड़ पार, विक्की कौशल की 'छावा' से महज... वेनेजुएला पर ऑपरेशन से तनाव: दक्षिणी कमान के प्रमुख एडमिरल होल्सी ने कार्यकाल से पहले दिया इस्तीफा, ... शेयर बाजार में धन वर्षा! सिर्फ 3 दिनों में निवेशकों की संपत्ति ₹9 लाख करोड़ बढ़ी, सेंसेक्स और निफ्टी... त्योहारी सीजन में सर्वर हुआ क्रैश: IRCTC डाउन होने से टिकट बुकिंग रुकी, यात्री बोले- घर कैसे जाएंगे? UP पुलिस को मिलेगी क्रिकेटरों जैसी फिटनेस! अब जवानों को पास करना होगा यो-यो टेस्ट, जानिए 20 मीटर की ... दिन में सोना अच्छा या बुरा? आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान क्या कहता है, किन लोगों को नहीं लेनी चाहिए 'द... प्रदूषण का 'खतरा' घर के अंदर भी! बढ़ते AQI से बचने के लिए एक्सपर्ट के 5 आसान उपाय, जानें कैसे रखें ह... शरीयत में बहुविवाह का नियम: क्या एक मुस्लिम पुरुष 4 पत्नियों के होते हुए 5वीं शादी कर सकता है? जानें...
देश

पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा विवाद पर चर्चा करने के लिए 19 जून को बुलाई सर्वदलीय बैठक

नई दिल्‍ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में भारत-चीन सीमा क्षेत्रों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 जून को शाम 5 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। पीएम कार्यालय की ओर से साझा की गई इस जानकारी में बताया गया है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस वर्चुअल बैठक में हिस्सा लेंगे। बता दें कि लद्दाख सीमा पर गलवन घाटी के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए हैं, वहीं चीन को भी भारी नुकसान हुआ है। सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि सीमा पर हुई इस झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की संभावना है।

भारत-चीन सीमा विवाद पर राहुल गांधी समेत कई विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार से सवाल कर रहे हैं। हालांकि, सभी दलों ने केंद्र सरकार के साथ खड़े होने की बात कही है। मोदी सरकार अब सभी विपक्षी दलों को साथ लेकर चीन के साथ सीमा विवाद को हल करने को लेकर की रणनीति पर काम कर रही है। इसलिए सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के अध्‍यक्षों को बुलाया गया है।

इस बीच भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक की है। साथ ही उन्‍होंने कहा कि गलवन में जवानों का शहीद होना काफी परेशान करने वाला और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने अपने कर्तव्य का पालन करते वक्त अनुकरणीय साहस का प्रदर्शन किया और अपने जीवन का बलिदान दे दिया। देश इनके बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।

गौरतलब है कि 1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ था। इसके बाद साल 1975 में एलएसी पर फायरिंग हुई थी, जिसमें चार भारतीय जवान शहीद हुए थे। इसके बाद से एलएसी पर कोई हिंसक झड़प नहीं हुई थी। अब लगभग 45 साल बाद एलएसी पर फिर भारत-चीन के सैनिकों के बीच खूनी झड़प हुई है।

Related Articles

Back to top button