ब्रेकिंग
दाईं और बाईं सूंड वाले गणपति, घर और मंदिर में क्यों रखी जाती हैं अलग-अलग तरह की प्रतिमाएं? चिया या फ्लैक्स सीड्स, वजन घटाने के लिए दोनों में से क्या है ज्यादा फायदेमंद? जम्मू से कैसे लौटें घर? बारिश-भूस्खलन से तबाही के बाद 58 ट्रेनें रद्द, हजारों यात्री फंसे, फ्लाइट का... घर पर चोरी करने आया चड्डी गैंग, USA में बैठी बेटी को लग गई भनक, वहीं से चोरों का कैसे प्लान किया फेल... 16 साल की लड़की बेडरूम में प्रेमी संग थी अकेली, तभी आ गया छोटा भाई… देखते ही बौखलाई, कर डाला ये कांड दिल्ली: गणपति पंडाल के पीछे हुआ हत्याकांड, युवक की चाकू मारकर की हत्या हरिद्वार तक होगा गंगा एक्सप्रेस-वे का विस्तार, 150KM लंबाई बढ़ेगी, चार धाम की यात्रा होगी आसान… जाने... बारिश-भूस्खलन से 5 राज्यों में तबाही! जम्मू-कश्मीर में 41 की मौत, हिमाचल में 584 सड़कें बंद, पंजाब म... खतरे के निशान के ऊपर बह रही यमुना, दिल्ली वालों के लिए अगले 48 घंटे अहम… इन इलाकों में बाढ़ का खतरा महाराष्ट्र: विरार में 4 मंजिला इमारत का हिस्सा गिरा…अब तक 15 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
देश

वर्मी कम्पोस्ट निर्माण में खाद की गुणवत्ता के साथ कन्वर्शन रेशियो पर जोर

रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह ने कृषि, पशुपालन, मछली पालन, उद्यान एवं रेशम विभाग की संयुक्त बैठक लेकर गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत धान के बदले दूसरी फसल लगाए जाने की समीक्षा की। उन्होंने कृषि विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्मी कम्पोस्ट निर्माण में खाद की गुणवत्ता के साथ कन्वर्शन रेशियो का विशेष ध्यान रखने कहा है। कलेक्टर ने जिले में धान के बदले दलहन, तिलहन, पौधारोपण की विस्तार पूर्वक समीक्षा की और धान के बदले अन्य फसलों के बढ़ोत्तरी पर कृषि विभाग की प्रशंसा की। बताया गया कि दलहन, अरहर, रागी, उड़द, मक्का सभी का रकबा बढ़ चुका है। गिरदावरी करते समय धान के बदले लगी फसल की जानकारी स्पष्ट रूप से दर्ज करने और फसलों का भौतिक निरीक्षण करने के कहा।

कलेक्टर ने गोठानों में वर्मी खाद की उत्पादन पर चर्चा के साथ ही कृषि विभाग को चपले से वर्मी खाद खरीदने के निर्देश दिए। जिन सोसायटी में खाद स्टॉक की उपलब्धता नहीं होने पर उन्हें उपलब्ध कराने कहा। गोठानों में तैयार सुपर कम्पोस्ट का भी अतिशीघ्र उठाव कर विक्रय करने के निर्देश दिए। घरघोड़ा एवं भालूमार गौठान में पानी की स्थिति की जानकारी ली। जिस पर बताया गया कि गोठान के पास तालाब से पानी प्राप्त कर केचुआ खाद निर्माण किया जा सकता है। कलेक्टर ने इसके लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने फसल की स्थिति की समीक्षा कर कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र में हुए फसल नुकसान का सर्वे तत्काल पूरा करें। किसान मितान केन्द्र में आने वाले शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करें। साथ ही फसल नुकसान की सतत् निगरानी करने के लिए भी निर्देशित किया।
कलेक्टर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विभागीय योजनाओं के माध्यम से रोजगार मूलक गतिविधियाँ संचालित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह द्वारा खाद की स्थिति पर समीक्षा किए। उन्होंने खाद की कालाबाजारी पर लगातार कार्यवाही जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने वन अधिकार पट्टाधारियों द्वारा पहली बार फसल ली जा रही हो या दूसरी बार उसका ध्यान रखकर उनका पंजीयन करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पशुपालन विभाग को चारागाह के रकबे को अपेडट करने के निर्देश दिए। उद्यान विभाग की समीक्षा में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में सात पोषण बाड़ी पूर्ण हो चुके तथा शेष अन्य को जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी तरह मछली पालन विभाग द्वारा किए जा रहे एक्टीविटी की जानकारी ली। कलेक्टर ने रेशम विभाग की समीक्षा भी कि जिस पर विभागीय अधिकारी ने बताया कि रेशम के लिए प्लांटेशन का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में धरमजयगढ़ ब्लाक के अंतर्गत 30 एकड़ में प्लांटेशन किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ डा रवि मित्तल, उप संचालक कृषि एलएम भगत, सहायक संचालक रेशम एसएस कंवर, उप संचालक पशुपालन डा आर एच पाण्डेय, सहायक संचालक उद्यानिकी डा कमलेश दीवान सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button