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एम्‍स में भर्ती जेटली की हालत अभी भी नाजुक, राष्ट्रपति कोविंद-गृहमंत्री शाह ने जाना हाल

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली (66) की हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है। जेटली सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी बढऩे पर गत नौ अगस्त से यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती हैं। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को एम्स पहुंचे और जेटली के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। सूत्रों के मुताबिक डॉक्टरों की विशेषज्ञ टीम जेटली के स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है।

इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को एम्स जाकर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के स्वास्थ्य का हाल जाना। सूत्रों ने बताया कि जेटली नौ अगस्त से एम्स के आईसीयू में भर्ती हैं और उनकी हालत ‘‘गंभीर” बनी हुई है। राष्ट्रपति के अस्पताल पहुंचने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी इस दौरान वहां मौजूद थे।

जेटली (66) की स्थिति गंभीर बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम उनके उपचार पर नजर रख रही है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने नौ अगस्त के बाद से उनके स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर कोई बुलेटिन जारी नहीं किया है। सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था।

जेटली पेशे से एक वकील हैं और वह भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का अहम हिस्सा रहे थे। उन्होंने वित्त एवं रक्षा दोनों मंत्रालयों का कार्यभार संभाला था और प्राय: वह सरकार के प्रमुख संकटमोचक के तौर पर कार्य करते रहे हैं। अपने खराब स्वास्थ्य के कारण ही संभवत: जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। पिछले साल 14 मई को एम्स में उनके गुर्दे का प्रत्यारोपण हुआ था और उस वक्त उनकी जगह रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। लंबे समय से मधुमेह से ग्रसित होने के कारण अपने बढ़े हुए वजन को ठीक करने के लिये सितंबर 2014 में उन्होंने बेरियाट्रिक सर्जरी करायी थी।

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