ब्रेकिंग
रात को दबे पांव ट्रक ड्राइवर के साथ भागी 19 साल की लड़की, शादी करके अब सताने लगा इस बात का डर… क्या है डंकी रूट… कैसे बांग्लादेशी अवैध तरीके से दिल्ली पहुंच गए, पुलिस ने 9 को दबोचा भारत में HMPV वायरस का तीसरा केस, अहमदाबाद में 2 महीने का बच्चा पॉजिटिव ओले-बारिश…भीषण सर्दी के बीच दिल्ली में मौसम ने ली करवट, जानें अगले 7 दिनों का मौसम पटना: प्रशांत किशोर को मिली जमानत, लेकिन शर्त मानने को तैयार नहीं…जाना पड़ेगा जेल? दिल्ली चुनाव: कांग्रेस ने किया ‘प्यारी दीदी’ योजना का ऐलान, महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 2500 रुपये भारत में भी पहुंचा चीन वाला HMPV वायरस, क्या फिर आएगी कोई नई महामारी इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, ब्राउन शुगर और ड्रग्स की तस्करी करने वाले चार लोगों को पकड़ा इंदौर में डिस्पोजल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, जान बचाकर भागे कर्मचारी यूनियन कार्बाइड वेस्ट पर छिड़ी सियासी जंग, CM मोहन यादव ने कांग्रेस पर लगाया गंभीर आरोप

कोदो, कुटकी, रागी के उत्पादन, प्रसंस्करण व उपभोग को बढ़ावा देने कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण का आयोजन

रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) द्वारा आज अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष-2023 में मिलेट्स (मोटे अनाजों) के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं उपभोग को बढ़ावा देने तथा इसके प्रचार-प्रसार के लिए राज्य स्तरीय कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। राजधानी रायपुर के नजदीक निमोरा स्थित ठाकुर प्यारेलाल ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में कोदो, कुटकी और रागी जैसे मोटे अनाजों के उत्पादन, प्रसंस्करण एंव उपभोग को बढ़ावा देने के बारे में जानकारी दी गई। कार्यशाला में मिलेट्स के फायदों, इसके स्वास्थ्यवर्धक तथा पोषण से भरपूर होने संबंधी तथ्यों के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया गया।

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान)

भारत सरकार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) में नेशनल मिशन मैनेजर (आजीविका) जयराम किल्ली, डॉ. मोनिका सिंह चौहान, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, छत्तीसगढ़ की मुख्य संचालन अधिकारी एलिस लकड़ा और प्रदान संस्था के प्रतिनिधि ने कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को कोदो, कुटकी एवं रागी के फायदों तथा इनमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी। स्वास्थ्य एवं पोषण पर केन्द्रित इस कार्यशाला में मोटे अनाजों को दैनिक भोजन में शामिल करने के बारे में विस्तार से बताया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्वसहायता समूहों को मिलेट्स के उत्पादन और प्रसंस्करण में किस तरह से सहायता प्रदान की जा सकती है, इस बारे में सभी जिलों के जिला कार्यक्रम प्रबंधकों तथा सोशल मोबिलाइजेशन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। मिलेट्स के उत्पादन और प्रसंस्करण से ग्रामीण महिलाओं को जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सकता है। राज्य शासन द्वारा कोदो, कुटकी और रागी को समर्थन मूल्य पर खरीदकर इनकी अच्छी कीमत दी जा रही है।

रात को दबे पांव ट्रक ड्राइवर के साथ भागी 19 साल की लड़की, शादी करके अब सताने लगा इस बात का डर…     |     क्या है डंकी रूट… कैसे बांग्लादेशी अवैध तरीके से दिल्ली पहुंच गए, पुलिस ने 9 को दबोचा     |     भारत में HMPV वायरस का तीसरा केस, अहमदाबाद में 2 महीने का बच्चा पॉजिटिव     |     ओले-बारिश…भीषण सर्दी के बीच दिल्ली में मौसम ने ली करवट, जानें अगले 7 दिनों का मौसम     |     पटना: प्रशांत किशोर को मिली जमानत, लेकिन शर्त मानने को तैयार नहीं…जाना पड़ेगा जेल?     |     दिल्ली चुनाव: कांग्रेस ने किया ‘प्यारी दीदी’ योजना का ऐलान, महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 2500 रुपये     |     भारत में भी पहुंचा चीन वाला HMPV वायरस, क्या फिर आएगी कोई नई महामारी     |     इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, ब्राउन शुगर और ड्रग्स की तस्करी करने वाले चार लोगों को पकड़ा     |     इंदौर में डिस्पोजल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, जान बचाकर भागे कर्मचारी     |     यूनियन कार्बाइड वेस्ट पर छिड़ी सियासी जंग, CM मोहन यादव ने कांग्रेस पर लगाया गंभीर आरोप     |