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भाजपा प्रवक्ता तेजेंद्र पाल बग्गा ने चलाया कैंपेन, “ताइवान नहीं चीन का हिस्सा”, लोगों ने किया समर्थन

नई दिल्ली: चीन और ताइवान के बीच काफी समय से तनाव है। यहां पर इसका जिक्र करना इसलिए भी जरूरी है क्‍योंकि चीन ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भारत का विरोध किया था। जबकि यह भारत का आंतरिक मामला था। चीन पाकिस्तान के कहने पर जम्मू कश्मीर के मामले को संयुक्त राष्ट्र में ले गया। हालांकि संयुक्त राष्ट्र में चीन को छोड़कर सभी स्थाई और अस्थाई सदस्यों ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को भारत का आंतरिक मामला बताया। चीन ताइवान को लगातार अपना हिस्सा बताता रहा है जबकि ताइवान एक स्वतंत्र राष्ट्र घोषित हो चुका है। भाजपा प्रवक्ता तेजेंद्र पाल बग्गा ताइवान के समर्थन में ट्विटर पर एक कैंपेन चला रहे हैं जिसमें उन्होंने लिखा: हिंदुस्तान के बाद अब ताइवान में के कैंपेन की धूम। लोगों ने प्लेकार्ड पर ‘Taiwan Is Not Part Of China’ लिख जताया विरोध। कश्मीर पर बेवजह टांग अड़ाने वाले चीन को उसी की भाषा मे मिला जवाब। ताइवान में लोग चीन का विरोध कर रहे हैं ,लोग हाथों में तख्तियां लेकर अपना विरोध जता रहे हैं हालांकि इस मामले में अभी चीन की प्रतिक्रिया आना अभी बाकी है।  गौरतलब है कि चीन ताइवान को अपना हिस्‍सा बताता रहा है वहीं ताइवान अपने को स्‍वतंत्र राष्‍ट्र घोषित कर चुका है। इतना ही नहीं एक स्‍वतंत्र राष्‍ट्र के तौर पर उसके कई अन्‍य देशों से संबंध भी हैं। आपको बता दें कि विश्‍व के करीब 17 देश ताइवान को स्‍वतंत्र राष्‍ट्र के तौर पर मान्‍यता देते हैं।
इनमें से 16 देशों के ताइवान में दूतावास भी हैं। वहीं करीब 50 देशों के ताइवान से डिप्‍लोमेटिक रिलेशन नहीं हैं। इसके बाद भी इन देशों के यहों पर ट्रेड ऑफिस भी हैं। इनमें अमेरिका समेत भारत, रूस समेत दूसरे देश भी शामिल हैं। लेकिन इसके बावजूद चीन ताइवान पर को अपना हिस्सा बताता है।

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