ब्रेकिंग
घर में आग लगाकर परिवार को जिंदा जला दिया, 4 की मौत… क्यों कातिल बना बड़ा भाई? महोबा: घर में फंदे पर लटका मिला महिला का शव, क्या लूट के इरादे से हुआ मर्डर? अमिताभ बच्चन से तृप्ति डिमरी तक, इन 5 बॉलीवुड स्टार्स ने किया रियल एस्टेट में जमकर निवेश एक बाप जिसने अपने बेटे को फ्लावर से फायर बनाया… ऑस्ट्रेलिया में ‘रेड्डी राज’ कैब बुकिंग में iPhone यूजर्स के साथ झोल कर रही कंपनियां, इस रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा नकली स्ट्राइक बंद तो नहीं करा रही YouTube चैनल? सामने आया Fake Lawyer के स्ट्राइक्स भेजने का मामला मासिक शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने से क्या दूर हो जाते हैं कष्ट? काबुल में भारतीय दूतावास के पास विस्फोट, चार घायल सर्दियों में हो गई है पिग्मेंटेशन, तो स्किन पर अप्लाई करें विटामिन सी फेस सीरम झांसी में सब्जियों पर चलाया बुलडोजर, मनमानी पर योगी सरकार का बड़ा एक्शन; अफसर सहित टीम पर हुई ये कार...

आज के दिन श्रद्धा-भाव से करें ये पाठ, मिलेगा अद्भुत लाभ

धार्मिक तौर पर किसी भी देवी देवता को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए केवल पूजा पाठ ही काफी नहीं होता है बल्कि इसके साथ ही उनके प्रिय मंत्र, चालीसा और स्तोत्र का पाठ करना भी उत्तम माना जाता है।

बुधवार का दिन श्री गणेश को समर्पित है ऐसे में इस दिन व्रत पूजा के अलावा अगर हरिद्रा गणेश कवचम् का संपूर्ण पाठ किया जाए तो जातक को अधिक लाभ की प्राप्ति होती है और जीवन में चल रही परेशानियां व दुखों का अंत हो जाता है, तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं ये संपूर्ण पाठ।

॥ अथ हरिद्रा गणेश कवच ॥
ईश्वरउवाच:
शृणु वक्ष्यामि कवचं सर्वसिद्धिकरं प्रिये ।
पठित्वा पाठयित्वा च मुच्यते सर्व संकटात् ॥१॥

अज्ञात्वा कवचं देवि गणेशस्य मनुं जपेत् ।
सिद्धिर्नजायते तस्य कल्पकोटिशतैरपि ॥ २॥

ॐ आमोदश्च शिरः पातु प्रमोदश्च शिखोपरि ।
सम्मोदो भ्रूयुगे पातु भ्रूमध्ये च गणाधिपः ॥ ३॥

गणाक्रीडो नेत्रयुगं नासायां गणनायकः ।
गणक्रीडान्वितः पातु वदने सर्वसिद्धये ॥ ४॥

जिह्वायां सुमुखः पातु ग्रीवायां दुर्मुखः सदा ।
विघ्नेशो हृदये पातु विघ्ननाथश्च वक्षसि ॥ ५॥

गणानां नायकः पातु बाहुयुग्मं सदा मम ।
विघ्नकर्ता च ह्युदरे विघ्नहर्ता च लिङ्गके ॥ ६॥

गजवक्त्रः कटीदेशे एकदन्तो नितम्बके ।
लम्बोदरः सदा पातु गुह्यदेशे ममारुणः ॥ ७॥

व्यालयज्ञोपवीती मां पातु पादयुगे सदा ।
जापकः सर्वदा पातु जानुजङ्घे गणाधिपः ॥ ८॥

हारिद्रः सर्वदा पातु सर्वाङ्गे गणनायकः ।
य इदं प्रपठेन्नित्यं गणेशस्य महेश्वरि ॥ ९॥

कवचं सर्वसिद्धाख्यं सर्वविघ्नविनाशनम् ।
सर्वसिद्धिकरं साक्षात्सर्वपापविमोचनम् ॥ १०॥

सर्वसम्पत्प्रदं साक्षात्सर्वदुःखविमोक्षणम् ।
सर्वापत्तिप्रशमनं सर्वशत्रुक्षयङ्करम् ॥ ११॥

ग्रहपीडा ज्वरा रोगा ये चान्ये गुह्यकादयः ।
पठनाद्धारणादेव नाशमायन्ति तत्क्षणात् ॥ १२॥

धनधान्यकरं देवि कवचं सुरपूजितम् ।
समं नास्ति महेशानि त्रैलोक्ये कवचस्य च ॥ १३॥

हारिद्रस्य महादेवि विघ्नराजस्य भूतले ।
किमन्यैरसदालापैर्यत्रायुर्व्ययतामियात् ॥ १४॥
॥ इति विश्वसारतन्त्रे हरिद्रागणेशकवचं सम्पूर्णम् ॥

घर में आग लगाकर परिवार को जिंदा जला दिया, 4 की मौत… क्यों कातिल बना बड़ा भाई?     |     महोबा: घर में फंदे पर लटका मिला महिला का शव, क्या लूट के इरादे से हुआ मर्डर?     |     अमिताभ बच्चन से तृप्ति डिमरी तक, इन 5 बॉलीवुड स्टार्स ने किया रियल एस्टेट में जमकर निवेश     |     एक बाप जिसने अपने बेटे को फ्लावर से फायर बनाया… ऑस्ट्रेलिया में ‘रेड्डी राज’     |     कैब बुकिंग में iPhone यूजर्स के साथ झोल कर रही कंपनियां, इस रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा     |     नकली स्ट्राइक बंद तो नहीं करा रही YouTube चैनल? सामने आया Fake Lawyer के स्ट्राइक्स भेजने का मामला     |     मासिक शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने से क्या दूर हो जाते हैं कष्ट?     |     काबुल में भारतीय दूतावास के पास विस्फोट, चार घायल     |     सर्दियों में हो गई है पिग्मेंटेशन, तो स्किन पर अप्लाई करें विटामिन सी फेस सीरम     |     झांसी में सब्जियों पर चलाया बुलडोजर, मनमानी पर योगी सरकार का बड़ा एक्शन; अफसर सहित टीम पर हुई ये कार्रवाई     |