ब्रेकिंग
RSS के 100 साल पूरे, संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी; क्या-क्या बदलेगा? तेजाब हमले के बाद 16 साल की लड़ाई, आखिर क्यों बरी हो गए शाहीन के आरोपी? क्रिस्मस के दिन बंद रहेगा शेयर बाजार, नहीं होगा सोना-चांदी का कारोबार, ये रही 2026 की हॉलिडे लिस्ट वरदान नहीं, मुसीबत भी बन सकता है AI! इन सलाहों से रखें दूरी कम बजट में क्रिसमस सेलिब्रेशन, इन यूनिक तरीकों से बच्चे होंगे खुश उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर… जानें कैसा रहेगा आज तीनों पहाड़ी राज्यों का मौसम इंद्रेश उपाध्याय ने खत्म किया विवाद: यादव समाज की नाराजगी के बाद जारी किया माफीनामा, सफाई में दी अपन... कर्नाटक में 'मौत का सफर': ट्रक से टकराते ही आग का गोला बनी स्लीपर बस, 9 यात्री जिंदा जले पीएम मोदी का क्रिसमस संदेश: पवित्र प्रार्थना सभा में शिरकत की, ईसाई समुदाय को दीं प्रभु यीशु के जन्म... अब सिर्फ चेहरा नहीं, रणनीतिकार भी": नए साल में कांग्रेस का पावर बैलेंस बदलेगा, प्रियंका गांधी के पास...
देश

4 दिन के केरल दौरे पर राहुल गांधी, बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाएंगे और लोगों से करेंगे मुलाकात

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को केरल के चार दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे। राहुल यहां वह अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड समेत राज्य के अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी वायनाड की मानंथवडी विधानसभा क्षेत्र के रिलीफ कैंपों का दौरा करेंगे और यहां वह एक श्रद्धांजलि सभा में भी शामिल होंगे और इसके बाद थविनजल के बाढ़ प्रभावित इलाके में जाएंगे। वे बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर स्थानीय प्रशासन और राहत कार्यों में जुटे अधिकारियों से चर्चा करेंगे। अपने दौरे के पहले दिन राहुल मानंथवडी फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में ही रहेंगे।

वहीं उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि बाढ़ प्रभावित केरल में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत कामकाजी दिनों की संख्या 150 से बढ़ाकर 200 दिन की जाए ताकि लोगों को मदद मिल सके और पुनर्वास कार्यों में तेजी आए।

तोमर को लिखे पत्र में वायनाड से सांसद गांधी ने कहा कि केरल ने पिछले कुछ दशकों की सबसे भयावह बाढ़ का सामना किया है। भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण लोग बेघर हो गए हैं तथा हजारों मकानों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्रालय ने अतीत में भी प्राकृतिक आपदा प्रभावित इलाकों में मनरेगा के तहत कई विशेष प्रावधान किए हैं

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button