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उत्तरप्रदेश

बिना सुरक्षा उपकरणों के नालों की सफाई करते कर्मचारी

अलीगढ़ । नगर निगम अफसरों का लापरवाह रवैया सफाई कर्मचारियों के लिए फिर मुसीबत खड़ी न कर दे। कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों के बिना ही सफाई के लिए नालों में उतारा जा रहा है। सीवर की सफाई का कार्य भी पुरानी परंपरा के तहत हो रहा है। सुपरवाइजर जरूरी उपकरणों के लिए अफसरों से कहते नहीं और अफसर खुद से कभी ध्यान देते। जबकि, पूर्व में हादसा हो चुका है।
नाले की सफाई के दौरान कर्मचारियों के पैरों में फफोले पड़ गए थे। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। कर्मचारी नेताओं ने खूब विरोध किया। तब अफसरों ने कहा था कि भविष्य में ऐसा नहीं होने देंगे। कर्मचारियों को सभी जरूरी उपकरण मुहैया कराए जाएंगे। उपकरण खरीदे भी गए थे, लेकिन वितरण अब तक न हुआ। इस संबंध में आल इंडिया क्राइम एंड करप्शन प्रिवेंशन आर्गेनाइजेशन के प्रदेश प्रभारी संजीव कौशिक ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है।
नालों की सफाई में सुरक्षा मानकों की अनदेखी
सासनीगेट क्षेत्र के सुमेर नगर निवासी संजीव कौशिक ने आयोग को भेजी शिकायत में कहा है कि नालों की सफाई में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। सफाई कर्मचारियों को इस कार्य के लिए ग्लब्स, बूट, माक्स व अन्य उपकरण उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है। लेकिन, नगर निगम द्वारा ऐसी कोई सुविधा कर्मचारियों को उपलब्ध नहीं कराई गई। सुरक्षा किट के बिना ही सफाई कर्मचारियों को नाले में उतारा जा रहा है। कर्मचारियों पर ग्लब्स, बूट, माक्स तक नहीं हैं। पूर्व में हुए हादसों से भी विभागीय अफसर सबक नहीं ले रहे। जान जोखिम में डालकर कर्मचारी नाले और सीवर की सफाई करते हैं। सफाई कर्मचारी आयोग में भी शिकायत की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
पत्र में कहा है कि पूर्व में भुजपुरा इलाके में नाला सफाई के दौरान दो दर्जन कर्मचारियों के पैरों में फफोले पड़ गए थे। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद भी विभागीय अफसर लापरवाह रवैया अपनाए हुए हैं। नगर निगम अफसर गंभीरता नहीं बरतते तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। शिकायतकर्ता ने अफसरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई व जुर्माना लगाने की मांग की है।

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