आ गया ऐतिहासिक पल, थोड़ी देर में PM Modi खोलेंगे उम्मीदों के कॉरिडोर का द्वार

PM नरेंद्र मोदी आज सिखों को थोड़ी देर में अनमाेत तोहफा देंगे। वह थोड़ी देा में यहां करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के लिए जब भारत से श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना करेंगे, तो 72 सालों से की जा रही सिखों की अरदास पूरी हो जाएगी। श्री गुरु नानक देव जी से जुड़े गुरुधाम के दर्शन कर उनकी आंखें निहाल हो सकेंगी। उनकी यह अरदास 550वें प्रकाश पर्व पर सुन ली गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक में बनाए गए कॉरिडोर के पैसेंजर टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे, तो यह तमाम सिखों और नानक नाम लेवा के लिए ऐतिहासिक पल होगा। श्रद्धालु पिछले 72 वर्षों से दूरबीन से गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन कर रहे थे, लेकिन अब वे कॉरिडोर के माध्यम से गुरुद्वारा साहिब जाकर वहां नतमस्तक हो सकेंगे।प्रधानमंत्री थोडी देर में सुल्तानपुर लोधी पहुंचेंगे और गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में नतमस्तक होंगे।
कॉरिडोर और आसपास के क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा की गई है। सुल्तानपुर लोधी में भी गुरुद्वारा श्री बेरी साहिब के बाहर और आसपास के क्षेत्र में बेहद कड़ी सुरक्षा है। चप्पे-चप्पे पर पंजाब पुलिस के जवान और सुरक्षा जवान तैनात हैं। सुल्लानपुर लोधी और डेरा बाबा नानक में भारी संख्या में संगत का आना जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर में सुल्तानपुर लोधी में गुरुद्वारा श्री बेरी साहिब में पहुंचेंने। पीएम के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा चाक चौबंद है। गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में पीएम के स्वागत में एसजीपीसी की पूर्व प्रधान बीबी जागीर कौर और पूवर् केंद्रीय मंत्री विजय सांपला सहित कई नेता मौजूद हैं। यहां काफी श्रद्धालु की सुबह से दर्शन कर रहे हैं। पीएम के आगमन के कारण उनके दर्शन करने पर कोई राेक-टोक नहीं है।
प्रधानमंत्री डेरा बाबा नानक में करेंगे करतारपुर कॉरिडोर के पैसेंजर टर्मिनल का उद्घाटन
1947 में भारत-पाक बंटवारे के बाद श्री ननकाना साहिब, श्री पंजा साहिब और श्री करतारपुर साहिब जैसे कई ऐतिहासिक गुरुद्वारे पाकिस्तान में रह जाने के कारण इन पवित्र स्थानों के दीदार सिखों के लिए दुर्लभ हो गए थे। ऐसे में नितनेम के बाद सुबह-शाम की जाती अरदास में सिख पंथ ने इन पंक्तियों को जोड़ा- ‘श्री ननकाना साहिब ते होर गुरुद्वारेयां, गुरुधामां दे, जिनां तों पंथ नूं विछोडय़ा गया है, खुले दर्शन दीदार ते सेवा संभाल दा दान खालसा जी नूं बख्शो।’ इसका मतलब है- श्री ननकाना साहिब और बाकी गुरुद्वारे या गुरुधाम जो बंटवारे के चलते पाकिस्तान में रह गए उनके खुले दर्शन सिख कर सकें, यह प्रार्थना है। हर साल केवल तीन-चार मौकों पर ही दो-चार हजार लोगों को पाकिस्तान जाने की इजाजत थी।
वहीं, अरदास से उपरोक्त पंक्तियों को हटाने पर एसजीपीसी की पूर्व प्रधान बीबी जगीर कौर कहती हैं, ‘अरदास में कोई बदलाव नहीं होगा। यह विचार ही गलत है। यह विषय सिंह सहिबान के अधिकार क्षेत्र का है। अभी तो सैकड़ों गुरुद्वारे पाकिस्तान में हैं। यह अरदास लगातार जारी रहेगी।’
एसजीपीसी की धर्म प्रचार कमेटी के पूर्व सचिव बलविंदर सिंह जौड़ासिंघा व एसजीपीसी के प्रवक्ता कुलविंदर सिंह रमदास ने कहा कि श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने की अनुमति मिल गई है, लेकिन आज भी बहुत से धार्मिक स्थान हैं, जिनके आम सिख श्रद्धालु दीदार नहीं कर सकते। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों के बिना बदलाव नहीं हो सकता।
बारिश ने बिगाड़ी व्यवस्था, सरकार की रैली रद
वीरवार रात को हुई भारी बारिश ने डेरा बाबा नानक व सुल्तानपुर लोधी में सारी व्यवस्था बिगाड़ दी है। बटाला रोड पर बने बीएसएफ मुख्यालय के प्रांगण व सुल्तानपुर लोधी में बनाई गईं तीनों टेंट सिटी में जलभराव हो गया है। यहां अभी तक किसी के ठहरने की व्यवस्था नहीं हो पाई है। रात तक प्रशासन पानी निकालने में लगा रहा। डेरा बाबा नानक में पंजाब सरकार ने अपनी रैली रद कर दी हैै।
उद्घाटन के बाद जनसभा करेंगे मोदी
– पीएम सुल्तानपुर लोधी स्थित गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में नतमस्तक होंगे।
-11 बजे डेरा बाबा नानक में पैसेंजर टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे।
-11.30 बजे बीएसएफ के मुख्यालय शिकार माछिया में संगत को संबोधित करेंगे।
-12 बजे पहले जत्थे को श्री करतारपुर साहिब के लिए रवाना करेंगे। इसके बाद वे दिल्ली लौट जाएंगे।
पाकिस्तान की पैंतरेबाजी
पाकिस्तान शुरू से ही कॉरिडोर को लेकर पैंतरेबाजी करता रहा है। पाक पीएम इमरान खान ने पहले जत्थे व प्रकाश पर्व पर प्रति श्रद्धालु 20 डॉलर फीस न लेने की बात कही थी, लेकिन अब पाक फिर से फीस लेने की बात पर अड़ गया है। पाक सेना पासपोर्ट को अनिवार्य बता रही है, जबकि इमरान का कहना है कि यह जरूरी नहीं है।
वहीं, करतारपुर में पाक ने बोर्ड लगाए हैं कि भारत ने 1971 के युद्ध में इस गुरुद्वारे को बम से गिराने की कोशिश की थी। दूसरी ओर पाक की ओर से जारी एक वीडियो में जरनैल सिंह भिंडरावाला की फोटो भी दिखाई गई। कॉरिडोर के नींव पत्थर समारोह में खालिस्तान समर्थक गोपाल चावला को भी शामिल किया गया था।