ब्रेकिंग
पन्ना के 50 करोड़ के 'हीरे' का राज़ खुला! खनिज अधिकारियों की टीम ने सुलझाया सस्पेंस, क्या था पूरा रह... धार में चमत्कार! रातों-रात अरबपति बना आम शख्स, खाते में आ गई 2800 करोड़ से ज़्यादा की रकम झारखंड में बड़ा स्वास्थ्य घोटाला: थैलेसीमिया पीड़ित 5 बच्चों को चढ़ा HIV संक्रमित ब्लड, रिपोर्ट पॉजि... CM मोहन यादव का तत्काल एक्शन! गंभीर BJP नेता मुकेश चतुर्वेदी को ग्वालियर वेदांता में कराया एयरलिफ्ट,... समाज के लिए आस्था! 8 साल से छठी मैया का व्रत रख रही बलिया की किन्नर, बेहद दिलचस्प है उनके त्याग और भ... असिन के पति हैं ₹1300 करोड़ के मालिक, एक्ट्रेस असिन की संपत्ति जान उड़ जाएंगे आपके होश! रात में बल्ब के पास मंडराने वाले कीटों से हैं परेशान? अपनाएं ये 5 अचूक घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत हमास से हुआ सीजफायर, फिर क्यों गाजा में अभी भी हमले कर रहा इजराइल? क्रिएटर्स को बड़ी राहत! Reels के दीवानों के लिए आया नया फीचर, अब ये दिक्कत नहीं आएगी सामने वास्तु शास्त्र: भूलकर भी घर की छत पर न रखें ये 5 चीजें, हो सकते हैं कंगाल, तुरंत हटा दें।
धार्मिक

विजया एकादशी कब 16 या 17 फरवरी? जानिए सही तिथि और व्रत पारण का समय

वैदिक पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण व शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन पवित्र एकादशी व्रत रखा जाता है। सनातन धर्म में एकादशी व्रत को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि, फाल्गुन मास के पहले एकादशी व्रत की तिथि को लेकर कुछ लोगों में दुविधा की स्थिति पैदा हो रही है। लेकिन हम आपको बताते हैं विजया एकादशी (Vijaya Ekadashi) व्रत की सही तिथि और शुभ मुहूर्त का समय।

फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 16 फरवरी को प्रातः 04 बजकर 02 मिनट पर हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन 17 फरवरी को रात्रि 01 बजकर 19 पर होगा। ऐसे में यह व्रत 16 फरवरी 2023, गुरुवार के दिन ही रखा जाएगा। गृहस्थ एवं वैष्णव संप्रदाय के लोग एकादशी व्रत एक ही दिन रखेंगे।

गृहस्थ लोग व्रत पारण 17 जनवरी को सुबह 06 बजकर 31 से सुबह 08 बजकर 35 मिनट के बीच कर सकते हैं। वहीं वैष्णव संप्रदाय के लोग व्रत पारण 17 फरवरी को सुबह 06 बजकर 31 मिनट से सुबह 10 बजकर 17 मिनट के बीच कर सकते हैं।

वैदिक धर्म ग्रंथों के अनुसार, जो साधक विजया एकादशी व्रत का पालन करते हैं, उन्हें अपने शास्त्रुओं पर विजय की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से सभी पीड़ाएं दूर हो जाती हैं और व्यक्ति को मृत्यु के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके साथ विजया एकादशी के दिन माता लक्ष्मी की उपासना करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है।

Related Articles

Back to top button